लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दावा है कि हिस्ट्रीशीटर प्रदेश में कानून व्यवस्था में आए बदलाव के कारण या तो जेल में है या प्रदेश छोड़कर जा चुके हैं. सरकार के इस दावे के उलट उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग के सबसे बड़े अधिकारी पुलिस महानिदेशक को प्रदेश के विभिन्न थानों में कितने हिस्ट्रीशीटर हैं इसकी सूचना नहीं है.
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सूचना का अधिकार विभाग की ओर से पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश से सूचना के अधिकार अधिनियम के अंतर्गत हिस्ट्रीशीटरों से जुड़ी जानकारी मांगी गई थी. जिस पर पुलिस महानिदेशक कार्यालय से बताया गया कि इस तरह की सूचना उनके यहां से नहीं प्राप्त की जा सकती है. इस तरह की किसी भी जानकारी देने से इनकार कर दिया. इस सूचना के लिए सभी जोन कार्यालय में संपर्क करने को कहा है. ऐसे में कांग्रेस पार्टी ने सवाल उठाया है कि जब पुलिस महानिदेशक के पास ही प्रदेश के हिस्ट्रीशीटर की जानकारी नहीं है तो बाकी प्रदेश का का क्या हाल होगा या इसी बात से समझा जा सकता है.
तीन बिंदुओं पर मांगी गई थी जानकारी
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के जन सूचना अधिकार विभाग के चेयरमैन पुष्पेंद्र श्रीवास्तव की तरफ से जून 2023 में पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश से सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत प्रदेश के विभिन्न स्थानों में मौजूद हिस्ट्रीशीटर की जानकारी मांगी गई थी. जिस पर पुलिस महानिदेशक कार्यालय की ओर से इस संबंध में जानकारी होने से इनकार करते हुए प्रदेश के सभी जोन से जानकारी लेने को कहा है. पुष्पेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि उन्होंने सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत पुलिस महानिदेशक से संपूर्ण उत्तर प्रदेश में विभिन्न स्थानों में अंतर्गत कुल कितने हिस्ट्रीशीटर पंजीकृत है? उत्तर प्रदेश में किन-किन थानों में कौन-कौन हिस्ट्रीशीटर है, उसका पता वह उसे पर किन-किन धाराओं में मुकदमा पंजीकृत है इसका विवरण? साथी संपूर्ण उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक हिस्ट्रीशीटर किस थाने के अंतर्गत में आते हैं? उनकी संख्या विवरण सहित उपलब्ध कराने को कहा था. पर पुलिस महानिदेशक विभाग की ओर से इस संदर्भ में कोई भी जानकारी नहीं दिया गया है.
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