लखनऊ: नागरिकता संशोधन एक्ट 2019 के विरोध में उत्तर प्रदेश में विभिन्न जनपदों में हुए हिंसक प्रदर्शन को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस ने 213 मुकदमे दर्ज किए हैं. 925 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया गया है. वहीं 5558 लोगों को पूछताछ करने के बाद छोड़ दिया गया.
सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक और भड़काऊ पोस्ट करने को लेकर 81 मुकदमे दर्ज किए गए हैं. जिसके तहत 120 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. नागरिकता संशोधन एक्ट को लेकर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर 16761 पोस्ट को रिमूव करने की कार्रवाई की गई है. जिनमें से 7513 पोस्ट ट्विटर पर 9076 पोस्ट फेसबुक के 172 यूट्यूब वीडियो शामिल है.
नागरिकता संशोधन एक्ट 2019 को लेकर प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित कई जिलों में प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़कने के बाद उपद्रवियों ने जमकर पत्थरबाजी की और कई गाड़ियों में आग लगा दी थी. हिंसक प्रदर्शन के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. इसके बावजूद लखनऊ सहित तमाम जिलों में स्थिति सामान्य नहीं हुई है.
यह भी पढ़ें: CAA PROTEST: सोशल मीडिया पर पुलिस की पैनी नजर, 650 अज्ञात प्रदर्शनकारियों पर मुकदमा दर्ज
जहां एक ओर पुलिस ने बड़ी संख्या में मुकदमे दर्ज कर गिरफ्तारियां की हैं. वहीं दूसरी ओर इस बात का भी खुलासा हुआ है कि उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में उपद्रव करने वाले लोग बाहर से आए हुए थे. लखनऊ में हिंसक प्रदर्शन से पहले पूरी रूपरेखा तैयार की गई थी. सोशल मीडिया पर कई ग्रुप बनाकर संदेशों को लोगों तक पहुंचाया गया था.
इसके बाद 19 दिसंबर को लखनऊ में हिंसक प्रदर्शन हुआ. जिसमें प्रदर्शनकारियों ने गोली चलाई और कई दर्जन गाड़ियों में आग लगा दी. इस दौरान कई पुलिस कर्मचारी भी घायल हो गए थे.