लखनऊ: पंजाब कांग्रेस में मचे बवाल के बाद भले ही कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captan Amarinder Singh) ने नाराज होकर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया हो, लेकिन उनके द्वारा पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) पर लगाए गए गंभीर आरोपों से घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. नवजोत पर लगे आरोपों पर जहां बीजेपी हमलावर है. वहीं, यूपी अल्पसंख्यक आयोग के सिख सदस्य सरदार परविंदर सिंह (Sardar Parvinder Singh) ने बड़ी मांग उठा दी है. उन्होंने, सिद्धू के पाकिस्तान कनेक्शन ( sidhu's pakistan connection) वाले आरोपों की गहनता से जांच करने की मांग की है.
शुक्रवार को उत्तर प्रदेश राज्य अल्पसंख्यक आयोग (Uttar Pradesh State Minorities Commission) के सदस्य सरदार परविंदर सिंह ने बयान जारी कर कहा कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू पर देश द्रोह और राष्ट्र की अखंडता करने जैसे कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं. कैप्टन ने कहा था कि जनरल बाजवा और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Pakistan Prime Minister Imran Khan) से सिद्धू के व्यक्तिगत रिश्ते हैं, जिससे देश की एकता और अखंडता को खतरा है. उनके बयान पर अब बवाल मचा हुआ है.
सरदार परविंदर सिंह ने केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री रहे हैं. निश्चित तौर पर उन्होंने बॉर्डर राज्य का प्रतिनिधित्व किया है. लिहाजा, उनकी बातों को गंभीरता से लेते हुए तथ्यों की जांच कराई जाए. नवजोत सिंह सिद्धू की जांच के बाद अगर यह आरोप सत्य पाए जाते हैं तो उन पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए.
दरअसल, पंजाब कांग्रेस में मची कलह के बाद जब कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस्तीफा दिया तो उसके बाद उन्होंने नवजोत सिद्धू के पाक पीएम और सेना प्रमुख से रिश्तों पर सवाल उठाए थे. इसके बाद यह मुद्दा काफी गरमा गया था. कैप्टन ने इस्तीफ के बाद कहा था कि सिद्धू पाकिस्तान सेना प्रमुख बाजवा और वहां के प्रधानमंत्री इमरान खान के मित्र हैं. अगर, उनको सीएम बनाया गया तो इसका विरोध करूंगा. पंजाब सरहदी सूबा है, जहां सीमा पार से अस्थिरता पैदा करने के लिए हथियार भेजे जा रहे हैं. इसके अलावा पाकिस्तान से ड्रग्स की खेप लगातार आ रही है. ऐसे में मैं पंजाब की सुरक्षा के लिए लड़ता रहूंगा.
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