यूपी के मदरसा टीचर्स ने पीएम मोदी से लगाई बकाया वेतन दिलाने की गुहार - उत्तर प्रदेश के मदरसा मॉडर्न टीचर्स
उत्तर प्रदेश में मदरसा मॉडर्न टीचर्स को पिछले 4 साल से केंद्रांश मानदेय न मिलने की वजह से मदरसाटीचर्स भुखमरी की कगार पर हैं. इसको लेकर मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों ने पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को ज्ञापन भेजा है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मदरसा मॉडर्न टीचर्स को पिछले 4 साल से केंद्रांश मानदेय न मिलने की वजह से मदरसा मॉडर्न टीचर्स भुखमरी की कगार पर हैं. प्रदेश में 8500 मदरसों के 25 हजार मदरसा टीचर्स पिछले 4 साल से बकाया सैलरी न मिलने के कारण परेशान हैं. इसको लेकर मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों ने गुरुवार को देश के पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को ज्ञापन भेजकर बकाया वेतन दिलाने की गुहार लगाई है.
पिछले काफी समय से मदरसा मॉर्डन टीचर्स अपने रुके हुए मानदेय की मांग को लेकर राजधानी दिल्ली से लेकर प्रदेश की राजधानी लखनऊ तक धरना प्रदर्शन कर चुके हैं, लेकिन अभी तक इन मदरसा शिक्षकों को केंद्र से जारी होने वाला केन्द्रांश नहीं मिला है. इस्लामिक मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षक एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एजाज अहमद का कहना है कि पिछले 4 साल से मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों को केंद्राश मानदेय नहीं मिला है, जिससे उनके परिवार भुखमरी की कगार पर हैं. उन्होंने कहा कि कई शिक्षक आत्महत्या कर चुके हैं और कई मायूसी से मर चुके हैं. ऐसे समय में जबकि प्रधानमंत्री ने इस स्कीम के लिए 220 करोड़ रुपये बजट का प्रावधान कर रखा है, लेकिन शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने इस कोविड-19 महामारी में भी मदरसे आधुनिकीकरण शिक्षकों का मानदेय अब तक जारी नहीं किया है.
दिल्ली पहुंचकर दिया ज्ञापन
एजाज अहमद ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, शिक्षामंत्री और सचिव शिक्षा एवं साक्षरता तथा जॉइंट सेक्रेटरी शिक्षा में साक्षरता शिक्षा मंत्रालय को दिल्ली पहुंचकर गुरुवार को ज्ञापन दिया गया है. मांग की गई है कि मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों का जो बकाया केंद्राश है, उसे तत्काल जारी किया जाए. क्योंकि मदरसा शिक्षक भुखमरी की कगार पर हैं. वहीं इनके पास रोजमर्रा की जरूरतों का सामान लेने और दवाई, इलाज करने और बच्चों की पढ़ाई के साथ किसी चीज के लिए पैसा नहीं है.