लखनऊ: सपा प्रमुख अखिलेश यादव के नेतृत्व में सोमवार को सपा विधायकों और कार्यकर्ताओं ने विधानसभा तक पैदल मार्च निकाला. वहीं, पुलिस ने विक्रमादित्य मार्ग पर सपा विधायकों और कार्यकर्ताओं को रोक लिया. इससे नाराज होकर अखिलेश यादव विधायकों के साथ धरने पर बैठ गए. कुछ देर बाद धरना समाप्त होने पर उन्होंने मीडिया से बातचीत में बीजेपी और योगी सरकार पर निशाना साधा.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि योगी सरकार विपक्ष को जनता की आवाज नहीं उठाने देना चाहती है. उन्होंने कहा कि उनके विशेषाधिकार का हनन हो रहा है. इसके लिए पार्टी आगे की रणनीति तय करेगी. उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने पैदल मार्च के लिए जो रूट तय किया था, उस पर भी नहीं जाने दिया. बाजेपी के लोग समस्या पैदा करने चाहते हैं, समस्या का समाधान नहीं करना चाहते. उन्होंने कहा कि सरकार के विधायक और मंत्री खुद भ्रष्टाचार की शिकायत कर रहे हैं. यही नहीं उन्होंने कहा कि सरकार की व्यवस्था देखकर डिप्टी सीएम तक शर्मिंदा हो जाते हैं.
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अखिलेश यादव ने कहा कि सपा जातीय जनगणना चाहती है. उन्होंने कहा कि जब चीजों का निजीकरण हो जाएगा तो आरक्षण कहा बचेगा. कहा कि बीजेपी संविधान को नहीं मानती. लोकतांत्रित मूल्यों को भी नहीं मानती. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में उनकी पार्टी तय करेगी कि सदन में किस रूप में सवाल उठाए जाएं. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि सदन में सरकार को घेरने का काम जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि सरकार जनहित के मुद्दों पर उनको सुनना नहीं चाहती है.
समाजवादी पार्टी के विधायकों के साथ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की बैठक खत्म हो गई है. सदन की कार्यवाही में नियम 311 के तहत समाजवादी पार्टी के विधायक विशेषाधिकार हनन की नोटिस मंगलवार को देंगे. विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सपा विधायक विशेषाधिकार हनन की नोटिस देंगे. आज की मीटिंग में विशेषाधिकार हनन के नोटिस देने का मामला विधायकों के साथ तय हुआ है. सरकार को घेरने की बनी रणनीति पर अखिलेश यादव ने विधायकों के साथ चर्चा की.