लखनऊ : विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत आज राज्यपाल के अभिभाषण के साथ शुरू हुई जो विपक्ष के भारी हंगामे के बाद कल तक के लिए स्थगित हो गई. सत्र की शुरुआत के साथ ही विपक्षी दलों के सदस्य बेल में आकर हंगामा करने लगे. सरकार विरोधी नारेबाजी की और राजपाल को अभिभाषण में व्यवधान उत्पन्न करते रहे. हालांकि राज्यपाल राम नाईक ने करीब एक घंटे तक अपना अभिभाषण जारी रखा. अभिभाषण में उन्होंने योगी सरकार की उपलब्धियां गिनाई और कानून- व्यवस्था से लेकर सड़क निर्माण, कुंभ के आयोजन और प्रवासी भारतीय दिवस के आयोजन को लेकर योगी सरकार की जमकर सराहना की.
राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि योगी सरकार ने सड़कों का मरम्मत कार्य प्रदेश भर में कराया, जिससे यातायात सुदृढ़ हुआ. राज्यपाल ने प्रवासी भारतीय दिवस के आयोजन की भी सराहना की. उन्होंने कहा इसका शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया. उत्तर प्रदेश में पहली बार राजधानी से बाहर इस प्रकार का भव्य कार्यक्रम किसी अन्य शहर में आयोजित किया गया. वाराणसी में आयोजित प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम के दौरान पर्यटन को भी बढ़ावा मिला. जिसमें पर्यटन विभाग की महती भूमिका देखने को मिली है.
राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने मुसहर जाति के लोग जो मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित थे, उस गांव को आदर्श गांव घोषित किया. इस सरकार ने उन्हें सभी मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने का काम किया है. सरकार का यह श्रेष्ठ कदम ही नहीं बल्कि मानवता के लिए भी अच्छा है.
राज्यपाल ने कहा कि सौभाग्य योजना सराहना के योग्य है. राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि सौभाग्य योजना के तहत उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेश के ग्रामीण अंचल से लेकर शहरी क्षेत्रों तक प्रत्येक परिवार को बिजली मुहैया कराने का काम किया है. पीएम आवास योजना के तहत आवास बनाने में उत्तर प्रदेश देश में पहला स्थान हासिल किया है. उन्होंने कहा कि मेरी सरकार के प्रयासों की वजह से प्रदेश को कई सम्मान प्राप्त हुए हैं.
राज्यपाल राम नायक ने योगी सरकार द्वारा घोषित विश्वकर्मा श्रम सम्मान की सराहना की. उन्होंने कहा कि मेरी सरकार द्वारा प्रदेश के पारंपरिक कारीगरों जैसे बढ़ई, दर्जी, टोकरी, बुनकर, सुनार, लोहार, कुम्हार, हलवाई, नाई, मोची, राजमिस्त्री के उत्थान के लिए विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना प्रारंभ की गई है. एक जनपद एक उत्पाद योजना की भी राज्यपाल राम नाईक ने सराहना की.
राज्यपाल राम नायक ने कहा कि सौभाग्य का विषय है कि उत्तर प्रदेश विधानमंडल के वर्ष 2019 के दोनों सदनों का प्रथम सत्र ऐसे समय में प्रारंभ हो रहा है जब प्रयागराज में कुंभ का आयोजन चल रहा है. यह विश्व में मानवता का विशालतम समागम है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से यूनेस्को द्वारा कुंभ के महत्व को देखते हुए इसे मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर की मान्यता प्रदान की गई है. मेरी सरकार ने इलाहाबाद का नाम परिवर्तित कर उसका सांस्कृतिक नाम प्रयागराज किया है. इसी प्रकार फैजाबाद का नाम भी परिवर्तित कर सांस्कृतिक नाम अयोध्या किया है.
राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान विपक्षी दलों ने अपना प्रदर्शन जारी रखा. सपा के सदस्य रेल में खड़े रहे और राजपाल के ऊपर कागज के गोले बनाकर फेकते रहे। जिसकी राज्यपाल ने भी कई बार निंदा की. इसके साथ ही विधान सभा का सदन कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है.