लखनऊ: योगी सरकार का अंतिम बजट पेश हुआ है. 2021-2022 का कुल बजट 5 लाख 50 हजार 270 करोड़ का है. 2020-21 में बजट 5.12 लाख करोड़ रुपये का था. करीब 38 हजार करोड़ का इस साल ज़्यादा है बजट. यूपी विधान सभा में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने योगी सरकार के पहले पेपरलेस बजट को पेश किया हैं. 2020-21 का यह बजट प्रदेश के युवाओं की शिक्षा, कौशल संवर्धन, रोजगार के साथ-साथ प्रदेश की जनता को मूलभूत सुविधाओं और किसनाों को समर्पित किया गया है. बजट में किसानों को खेती के लिए किसानों को मुफ्त पानी देने का ऐलान किया गया है.
किसानों को रियायती दरों पर फसली ऋण
किसानों को मुफ्त पानी की सुविधा के लिए 700 करोड़ रुपये दिए जाएंगे. साथ ही किसानों को रियायती दाम पर लोन देने का ऐलान किया गया है.
ब्लॉक स्तर पर कृषक उत्पादन संगठनों की स्थापना
राज्य में ज्यादा उत्पादक वाली फसलों को चिन्हित किया जाएगा. ब्लॉक स्तर पर कृषक उत्पादन संगठनों की स्थापना की जाएगी. इसके लिए 100 करोड़ रुपये भी दिए जाएंगे.
किसानों की आय 2022 तक दोगुनी करने का लक्ष्य
किसानों की आय को 2022 तक दोगुना करने का लक्ष्य है. रोड एक्सीडेंट में मरने वाले किसानों को पांच लाख की आर्थिक मदद दी गई. मुख्यमंत्री अभ्योदय योजना शुरू की गई. हर घर में जल, बिजली और बैंकिंग की सुविधा मिलेगी.
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- किसानों को सस्ता लोन देने के लिए 400 करोड़.
- किसानों को मुफ्त पानी देने के लिए 700 करोड़
- किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश
- कृषि उत्पादक संगठन के लिए 100 करोड़