लखनऊ: बाढ़ की आशंका को देखते हुए प्रदेश के कई जिलों को अलर्ट किया गया है. राहत आयुक्त कार्यालय ने एडवाइजरी जारी कर लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, कुशीनगर, देवरिया, गोरखपुर, गोंडा, बस्ती, संतकबीरनगर, बलिया, बाराबंकी, सीतापुर और मऊ में बाढ़ की स्थिति उतपन्न होने की आशंका व्यक्त की है. इन जिलों के अधिकारियों को बाढ़ के खतरे के मद्देनजर तैयारी करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही सभी जिलों को हर दिन की पूरी रिपोर्ट शासन को भेजने के निर्देश दिए गए हैं.
महाराजगंज और सिद्धार्थ नगर बाढ़ का सबसे ज्यादा खतरा
राहत आयुक्त कार्यालय की तरफ से जारी एडवाइजरी में नेपाल में भारी बारिश और प्रदेश के कुछ जिलों में भी माध्यम से तीव्र वर्षा होने के कारण बाढ़ की आशंका व्यक्त की गई है. नेपाल से आने वाली नदियों के लोअर कैचमेंट क्षेत्र में के जिलों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो सकती है. महाराजगंज में 28 हजार 581 हेक्टेयर और सिद्धार्थ नगर में 2674 हेक्टेयर एरिया इस समय बाढ़ की चपेट है. एडवाइजरी में कहा गया है कि महाराजगंज और सिद्धार्थ नगर जिले के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में किए जा रहे बाढ़ प्रबंधन के कार्यों संबंधी रिपोर्ट राहत आयुक्त कार्यालय को प्रेषित किया जाए.
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बचाव कार्य करने के निर्देश
बाढ़ की आशंका वाले सभी जिलों को लोगों को बाढ़ के संकट से बचाने के अलावा बाढ़ पीड़ितों के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने और उन्हें भोजन और एवं स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने समेत अन्य तैयारियों को पूरा करने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं. बाढ़ प्रबंधन कार्यों के लिए जिलों को धनराशि का आवंटन अग्रिम रूप से किया जा चुकी है. जिलों से कहा गया है कि राहत आयुक्त कार्यालय के ऑनलाइन गूगल सीट पर बाढ़ की रिपोर्ट के साथ-साथ व्हाट्सएप ग्रुप पर भी भेजना है. राहत कार्य से जुड़ी सारी रिपोर्ट भी हर दिन शासन को जिले भेजेंगे.