लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने सुन्नी वक्फ बोर्ड को 6 महीने का विस्तार देने का फैसला किया है. योगी सरकार ने जुफर फारूकी के नेतृत्व में सुन्नी वक्फ बोर्ड को 6 महीने का विस्तार दिया है. 31 मार्च को समाप्त हो चुके बोर्ड के कार्यकाल पर असमंजस की स्तिथि बनी हुई थी, लेकिन अब प्रमुख सचिव अल्पसंख्यक कल्याण मनोज सिंह ने ईटीवी भारत से पुष्टि करते हुए यह साफ किया है कि सुन्नी वक्फ बोर्ड को शासन की ओर से 6 महीने का विस्तार दिया गया है. हालांकि शिया वक्फ बोर्ड पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है.
यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड में अध्यक्ष जुफर फारूकी समेत कुल आठ सदस्य हैं, जिसमें विधायक अबरार, मोहम्मद जुनैद सिद्दीकी, अब्दुल रज्जाक खान, इमरान महमूद खान, मौलाना सय्यद अहमद अली, अदनान फारूक और मोहम्मद जुनैद शामिल हैं. हालांकि नियम के मुताबिक बोर्ड का कार्यकाल खत्म होने से पहले चुनाव करा लिए जाते हैं, लेकिन कोरोना महामारी के चलते अभी बोर्ड में चुनाव संभव नहीं है, जिसके कारण सरकार ने छह महीने के लिए सुन्नी वक्फ बोर्ड का विस्तार कर दिया है. जानकारी के मुताबिक यह पहला मौका है, जब किसी बोर्ड को विस्तार दिया गया हो.
शिया वक्फ बोर्ड पर अभी नहीं कोई निर्णय
वहीं शिया वक्फ बोर्ड का उत्तर प्रदेश सरकार ने फिलहाल कोई कार्यकाल विस्तार नहीं किया है, जबकि शिया वक्फ बोर्ड का कार्यकाल 18 मई को समाप्त हो चुका है. आपको बता दें कि शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने कार्यकाल समाप्त होने से पहले बोर्ड के विस्तार के लिए सरकार को पत्र लिखकर 6 माह का कार्यकाल बढ़ाने की गुजारिश की थी, लेकिन फिलहाल सरकार ने अभी इस मुद्दे पर कोई निर्णय नहीं लिया है.
लखनऊ: सुन्नी वक्फ बोर्ड को मिला 6 माह का विस्तार - up news
सुन्नी वक्फ बोर्ड के कार्यकाल पर असमंजस की स्थिति को समाप्त करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने बोर्ड को 6 माह का विस्तार दे दिया है. सुन्नी वक्फ बोर्ड का कार्यकाल 31 मार्च को समाप्त हो चुका है, जबकि शिया वक्फ बोर्ड पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने सुन्नी वक्फ बोर्ड को 6 महीने का विस्तार देने का फैसला किया है. योगी सरकार ने जुफर फारूकी के नेतृत्व में सुन्नी वक्फ बोर्ड को 6 महीने का विस्तार दिया है. 31 मार्च को समाप्त हो चुके बोर्ड के कार्यकाल पर असमंजस की स्तिथि बनी हुई थी, लेकिन अब प्रमुख सचिव अल्पसंख्यक कल्याण मनोज सिंह ने ईटीवी भारत से पुष्टि करते हुए यह साफ किया है कि सुन्नी वक्फ बोर्ड को शासन की ओर से 6 महीने का विस्तार दिया गया है. हालांकि शिया वक्फ बोर्ड पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है.
यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड में अध्यक्ष जुफर फारूकी समेत कुल आठ सदस्य हैं, जिसमें विधायक अबरार, मोहम्मद जुनैद सिद्दीकी, अब्दुल रज्जाक खान, इमरान महमूद खान, मौलाना सय्यद अहमद अली, अदनान फारूक और मोहम्मद जुनैद शामिल हैं. हालांकि नियम के मुताबिक बोर्ड का कार्यकाल खत्म होने से पहले चुनाव करा लिए जाते हैं, लेकिन कोरोना महामारी के चलते अभी बोर्ड में चुनाव संभव नहीं है, जिसके कारण सरकार ने छह महीने के लिए सुन्नी वक्फ बोर्ड का विस्तार कर दिया है. जानकारी के मुताबिक यह पहला मौका है, जब किसी बोर्ड को विस्तार दिया गया हो.
शिया वक्फ बोर्ड पर अभी नहीं कोई निर्णय
वहीं शिया वक्फ बोर्ड का उत्तर प्रदेश सरकार ने फिलहाल कोई कार्यकाल विस्तार नहीं किया है, जबकि शिया वक्फ बोर्ड का कार्यकाल 18 मई को समाप्त हो चुका है. आपको बता दें कि शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने कार्यकाल समाप्त होने से पहले बोर्ड के विस्तार के लिए सरकार को पत्र लिखकर 6 माह का कार्यकाल बढ़ाने की गुजारिश की थी, लेकिन फिलहाल सरकार ने अभी इस मुद्दे पर कोई निर्णय नहीं लिया है.