लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में बुधवार को उनके सरकारी आवास पांच कालिदास मार्ग पर राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी एक जनपद एक उत्पाद योजना के तहत सूक्ष्म लघु मध्यम उद्यम एवं निर्यात प्रोत्साहन विभाग (एमएसएमई) तथा क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (क्यूसीआई) के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर कर करार किया गया है. इस करार में से ओडीओपी के उत्पादों की गुणवत्ता का मानक क्यूसीआई के माध्यम से तय होगा. प्रदेश सरकार की ओर से एमएसएमई के प्रमुख सचिव नवनीत सहगल तथा क्यूसीआई की ओर से सेक्रेट्री जनरल डॉक्टर आरपी सिंह ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए. इस अवसर पर एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह भी मौजूद रहे.
एमओयू के तहत क्यूसीआई सभी ओडीओपी उत्पादों के लिए घरेलू और निर्यात बाजारों के लिए गुणवत्ता मूल्यांकन और मापदंड की पहचान का करेगा. निर्धारित गुणवत्ता ढांचे के अनुसार ओडीओपी उत्पादों के परीक्षण की सुविधा के लिए क्यूसीआई प्रत्येक ओडीओपी उत्पाद के लिए आवश्यक परीक्षण की पूरी सूची तैयार करेगा.
क्यूसीआई सभी हित धारकों ( कारीगरों एमएसएमई इकाइयों और ओडीओपी अधिकारियों ) के लिए संवेदीकरण कार्यशालाओं के संचालन के लिए एक व्यापक माड्यूल विकसित करेगा. इस प्रकार क्यूसीआई द्वारा ओडीओपी उत्पादों के लिए विकसित गुणवत्ता मानकों के बारे में जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा.
इस एमओयू के अंतर्गत क्यूसीआई एनएबीएल से मान्यता प्राप्त टेस्टिंग एंड कैलिब्रेशन लैब्स का लाभ उठाकर प्रत्येक ओडीओपी उत्पाद के प्रति परीक्षण के लिए उपलब्ध परीक्षण एजेंसी के विवरण से अवगत कराएगा. यह दुनिया भर में गुणवत्तापूर्ण औद्योगिक उत्पादों को उपलब्ध कराने में मदद करेगा.
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