लखनऊ : भारत सरकार ने उत्तर प्रदेश को म्यूकरमाइकोसिस यानी ब्लैक फंगस के इलाज में प्रयुक्त होने वाली दवा एम्फोटेरीसी उपलब्ध करा दी है. अत्यंत सीमित मात्रा में मिली यह दवा प्रदेश के राजकीय मेडिकल कॉलेजों को ही उपलब्ध कराई जाएगी. सरकार ने बाकायदा इसका दाम भी तय कर दिया है. निजी क्षेत्रों में इलाज कराने वालों को इस दवा को हासिल करने के लिए कठिन प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा.
सावधानी पूर्वक उपयोग की हिदायत
प्रदेश के अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि इस दवा की अत्यन्त सीमित मात्रा उपलब्ध हुई है. अतः भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार मंत्रालय के संयुक्त माॅनिटरिंग ग्रुप द्वारा निर्धारित ट्रीटमेंट प्रोटोकाॅल के अनुसार इसका प्रयोग करने की हिदायत दी गयी है.
महानिदेशक खुद करेंगे वितरण
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि ब्लैक फंगस का इलाज सरकारी क्षेत्र में सामान्यत: राजकीय मेडिकल काॅलेजों में किया जाएगा. इसके लिए दवा का वितरण महानिदेशक, चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण के माध्यम से सरकारी मेडिकल काॅलेज और सरकारी अस्पताल को किया जाएगा.
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निजी चिकित्सालय में खुले बाजार से मिलेगी दवा
निजी चिकित्सालयों में इलाज कराने वाले मरीज खुले बाजार से दवा प्राप्त कर सकेंगे. खुले बाजार में दवा न उपलब्ध होने ही दशा में यह दवा उन्हें मंडलायुक्त अथवा अपर निदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य परिवार कल्याण को आवेदन करने पर दी जा सकेगी.
वाराणसी, मेरठ, आगरा एवं लखनऊ मंडल को ही ब्लैक फंगस की दवा
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि दवा की सीमित मात्रा के कारण इसे केवल वाराणसी, मेरठ, आगरा एवं लखनऊ मंडल को उपलब्ध कराया गया है. मरीज के लिए दवा की आवश्यकता का आंकलन मंडलायुक्त, अपर निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तथा स्थानीय राजकीय मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य द्वारा विशेषज्ञ की तीन सदस्यीय समिति द्वारा किया जाएगा.
भुगतान करने पर रेडक्रास से भी मिलेगी दवा
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि निजी अस्पताल के पर्चे पर मरीज को एक बार में 3 दिन की ही दवा उपलब्ध कराई जाएगी. यह दवा स्थानीय रेडक्रास से 6000/- प्रति लाइपोसोमल इन्जेक्शन वायल तथा 1500/- प्रति इमल्शन की दर से उपलब्ध करायी जाएगी.