लखनऊ: यूपी के जल शक्ति मंत्रालय को तीसरा राष्ट्रीय जल पुरस्कार मिला है. यह अवार्ड प्रदेश को जल संवर्धन व जल संरक्षण के क्षेत्र में किए गए बेहतर काम के लिए प्रदान किया गया है. वहीं, राज्यों में यूपी पहले, राजस्थान दूसरे और तमिलनाडु तीसरे स्थान पर रहा. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में सूबे के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को नेशनल वॉटर अवार्ड दिया. इस मौके पर प्रमुख सचिव अनिल गर्ग व विभागाध्यक्ष वीके निरंजन भी वहां उपस्थित रहे.
बता दें कि यह अवार्ड राज्य के अलावा जिला व ग्राम पंचायत स्तर समेत विभिन्न श्रेणियों में दिया जाता है. उत्तर प्रदेश की ओर से वर्ष 2021 में इसके लिए आवेदन किया गया था. इसके बाद केंद्रीय टीम ने यहां विभिन्न बड़ी बांध परियोजनाओं के साथ ही अन्य कार्यों का मुआयना किया था. अन्य राज्यों के मुकाबले यूपी में किए गए कार्य बेहतर पाए गए और इसी क्रम में प्रदेश को राज्य श्रेणी में पहले पुरस्कार से नवाजा गया.
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गौर हो कि राष्ट्रीय जल पुरस्कार के सर्वश्रेष्ठ राज्य की श्रेणी में उत्तर प्रदेश को पहला पुरस्कार मिला है. राजस्थान और तमिलनाडु ने क्रमश: दूसरा और तीसरा स्थान पर रहे. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने विज्ञान भवन में राज्यों, जिलों, स्थानीय निकायों, स्कूलों एवं अन्य को राष्ट्रीय जल पुरस्कार प्रदान किए. वहीं, यह तीसरा राष्ट्रीय जल पुरस्कार था.
सर्वश्रेष्ठ जिला बना मुजफ्फरनगर: उत्तर भारत में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले जिलों में उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर और पंजाब के शहीद भगत सिंह नगर जिले ने क्रमश: पहला और दूसरा स्थान हासिल किया है. वहीं, केरल के तिरुवनंतपुरम और आंध्र प्रदेश के कडप्पा ने दक्षिण क्षेत्र में पहला और दूसरा स्थान हासिल किया है.
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