लखनऊ: आबादी के हिसाब से देश के सबसे बड़े राज्य यूपी ने कोरोना वैक्सीनेशन रिकॉर्ड बनाया है. गुरुवार को राज्य में कुल डोज का आंकड़ा 29 करोड़ पार कर गया है. यह देश में सर्वाधिक है. अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद के मुताबिक 15 से अधिक 18 साल से कम के 1 करोड़ 26 लाख किशोरों को पहली डोज लग गई है. यह 87 फीसद के करीब है. वहीं, 48 लाख 70 हजार लाख से अधिक किशोरों को दूसरी डोज लग गई है. किशोरों को 3 जनवरी से टीका लगना शुरू हुआ था. 28 दिन के अंतराल में दूसरी डोज भी लगाई जा रही है. ऐसे में जल्द ही सभी किशोरों का सम्पूर्ण वैक्सीनेशन हो सकेगा.
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दरअसल, यूपी में 15 करोड़ के करीब 18 वर्ष से ऊपर की आबादी है. इस 100 फीसद आबादी को पहली डोज लग गई है. वहीं, अन्य को मिलाकर कुल 16 करोड़ 48 लाख को पहली डोज लग गई है. दूसरी डोज 12 करोड़ 31 लाख को लग गई है. 86 फीसद को दूसरी डोज लग गई है.
यूपी में क्षेत्रों को क्लस्टर में बांटकर दोबारा टीकाकरण शुरू किया गया. इसमें दूसरी डोज लगाने के काम पर भी जोर दिया जा रहा है. इसमें फिक्स बूथ के अलावा कैम्प व घर-घर वैक्सीन की ड्राइव चलाई जा रही है. जिन इलाकों में क्लस्टर बनाकर पहली डोज लगाई गई है. उन क्षेत्रों में अब दूसरी डोज भी लगाई जा रही है. मौके पर ही पंजीकरण हो रहा है. गुरुवार को 12,108 बूथों पर टीकाकरण शुरू किया गया है. इसमें 12048 सरकारी व निजी 60 केंद्र बनाए गए हैं. यूपी में कुल 29 करोड़ 3 लाख से ज्यादा डोज लग गई है.
दरअसल, पहले व तीसरी डोज तभी लगती थी जब दूसरी डोज लगने के 9 माह या 39 सप्ताह (273 दिन) पूरे हो गए हों. मगर अब कर्मचारियों को तीन माह या 90 दिन के गैप पर लगाई जा सकती है. ऐसे में वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ी है. तीसरी डोज़ लगाने वालों की संख्या 22 लाख 83 हजार पार कर गई है. राज्य में 10 जनवरी से बूस्टर डोज लगना शुरू है. पहले चरण में हेल्थ वर्कर ,फ्रंटलाइन वर्कर व 60 वर्ष से ऊपर के नागरिकों को तीसरी डोज लगाई जा रही है. इसमें पुलिस कर्मी भी शामिल हैं.
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