लखनऊ: आबादी के हिसाब से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस नियंत्रण में है. दावा है कि राज्य के 11 जिलों में सबसे कम सिर्फ एक-एक कोरोना पॉजिटिव मरीज बचे हैं. वहीं, नोएडा में कोरोना के सबसे अधिक 54 एक्टिव केस हैं. मंगलवार को 13 नए पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं. फाइनल रिपोर्ट दोपहर बाद आएगी.
यूपी में कोरोना कंट्रोल में है. बावजूद, नए वेरिएंट (एक्सई) की दस्तक का खतरा बना हुआ है. सोमवार को 24 घंटे में 90 हजार से अधिक टेस्ट किए गए. इसमें 15 केस मिले, जिसमें 14 मरीज नए थे. वहीं, 17 मरीज स्वस्थ्य होने पर डिस्चार्ज किए गए. देश में सर्वाधिक 10 करोड़ 92 लाख से अधिक कोरोना टेस्ट यूपी में किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 55 लोगों की जांच की जा रही है. यह विश्व स्वास्थ्य संगठन की मानक से अधिक हैं.
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इस दौरान केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी व मेरठ में कोरोना जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश हैं. दूसरी लहर में सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं 90 फीसदी से ज्यादा डेल्टा वेरिएंट ही पाया गया. अब तीसरी लहर में 90 फीसदी ओमीक्रोन वेरिएंट पाया गया.
राज्य में जनवरी शुरुआत में तीसरी लहर पीक पर थी. इस दौरान एक लाख 16 हजार 366 एक्टिव केस थे. वहीं, अब 293 एक्टिव केस रह गए हैं. अस्पतालों में 551 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं. 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं. 30 हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अस्पतालों को दिए गए हैं.
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