लखनऊ : यूपी में कोरोना कंट्रोल में होने का दावा किया जा रहा है. जबकि, नए वेरिएंट (एक्सई) की दस्तक का खतरा बना हुआ है. वहीं, एयरपोर्ट पर गाइडलाइंस के इंतजार में स्क्रीनिंग ठप है. ऐसे में संक्रमण फैलने का खतरा और मंडराने लगा है. प्रदेश में सोमवार सुबह 15 नए पॉजिटिव केस दर्ज किए गए हैं. कोरोना की फाइनल रिपोर्ट दोपहर बाद आएगी.
रविवार को 24 घंटे में एक लाख 10 हजार से अधिक टेस्ट किए गए. इसमें नए केस 39 पाए गए हैं. वहीं, 33 मरीज स्वस्थ्य होने पर डिस्चार्ज किए गए हैं. देश में सर्वाधिक 10 करोड़ 91 लाख से अधिक टेस्ट यूपी में किए गए हैं. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 55 लोगों की जांच की जा रही है. यह विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानक से अधिक है. इस दौरान केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी व मेरठ में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश हैं.
दूसरी लहर में सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं 90 फीसदी से ज्यादा डेल्टा वेरिएंट पाया गया. अब तीसरी लहर में 90 फीसदी ओमीक्रोन वेरिएंट पाया जा रहा है. 17 जनवरी को दैनिक संक्रमण दर 7.11 फीसदी, 19 जनवरी को सबसे अधिक 7.78 फीसदी थी, जो अब घटकर 0.02 फीसदी पर आ गई है.
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17 दिसम्बर को गाजियाबाद में दो मरीजों में ओमीक्रोन की पुष्टि हुई है. यह महाराष्ट्र से आए थे, वहीं 25 दिसम्बर को रायबरेली की महिला में ओमीक्रोन वेरिएंट पाया गया. यह महिला अमेरिका से आई थी. चार जनवरी को 23 मरीज मिले हैं. अब तक कुल 526 सैंपल की जीन सीक्वेंसिंग टेस्ट की गई है. इसमें 359 ओमीक्रोन के मरीज पाए गए हैं.
राज्य में जनवरी की शुरुआत में तीसरी लहर पीक पर थी. इस दौरान एक लाख 16 हजार 366 एक्टिव केस थे. वहीं अब 296 एक्टिव केस रह गए हैं. अस्पतालों में 551 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं. वहीं 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं. 30 हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अस्पतालों को दिए गए हैं.
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