लखनऊ: यूपी में कोरोना का संक्रमण नियंत्रण में है. सोमवार को प्रदेश में कोरोना के 3 नए केस रिपोर्ट किए गए. यहां तीन जिलों में एक-एक मरीज पाया गया.सोमवार को यूपी में सवा लाख से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए. इसमें 3 मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई. वहीं 4 मरीज डिस्चार्ज किए गए. यूपी में देश में सर्वाधिक 8 करोड़ 35 लाख से अधिक टेस्ट किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 42.3 लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है. प्रदेश के केजीएमयू, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट किए जा रहे हैं. यहां हुई जांचों में अब तक सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं 90 फीसद से ज्यादा डेल्टा वैरिएंट ही पाया गया.
98 हुई एक्टिव केसों की संख्या
राज्य में अब कोरोना के एक्टिव केस 98 हो गए हैं. प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी जारी है. अस्पतालों में 549 में ऑक्सीजन प्लांट लगाने का काम जारी है. इसमें से 507 प्लांट शुरू हो गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं. प्रदेश में 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं. 30 हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अस्पतालों को दिए गए हैं.
अब सिर्फ 0.01 फीसदी से कम पॉजिटीविटी रेट
प्रदेश मेंमरीजों की पॉजिटीविटी रेट 2.06 रह गई है. इसके अलावा राज्य में दैनिक पॉजिटीविटी रेट 0.01 फीसदी से कम हो गई है. वहीं, मृत्युदर अभी एक फीसदी पर बनी हुई है. जून में प्रदेश में संक्रमण दर का औसत एक फीसदी रहा, जबकि जुलाई में 0.3 फीसदी पॉजिटीविटी रही.
आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट जरूर
प्रदेश में एंट्री करने के लिए जिन राज्यों में साप्ताहिक संक्रमण दर 3 फीसदी तक है, वहां से आने वाले लोगों की आरटीपीसीआर रिपोर्ट अनिवार्य है. इसके अलावा यदि वैक्सीन की दोनों डोज का प्रमाणपत्र है तो जांच की जरूरत नहीं है. बाहर से आने पर सात दिन क्वारन्टीन की सलाह दी गई है. इसमें मेघालय, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, महाराष्ट्र, गोवा, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश, मिजोरम, केरल आदि हैं.
98.7 फीसदी पर रिकवरी रेट
30 अप्रैल को यूपी में सर्वाधिक एक्टिव केस 3 लाख 10 हजार 783 रहे. अब यह संख्या 98 हो गई है. वहीं, रिकवरी रेट मार्च में जहां 98.2 फीसदी था, अप्रैल में घटकर 76 फीसदी तक पहुंच गई. वर्तमान में फिर रिकवरी रेट 98.7 फीसदी हो गई है.
ये शहर कोरोना मुक्त
प्रदेश के 40 जिलों में एक भी एक्टिव केस नहीं है. वहीं अलीगढ़, अमरोहा, औरैया, बदायूं, बागपत, बलिया, बलरामपुर, बाराबंकी, बस्ती, बहराइच, बिजनौर, चित्रकूट, देवरिया, एटा, इटावा, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, फिरोजाबाद, गोंडा, हमीरपुर, हरदोई, हाथरस, झांसी, कानपुर नगर, कानपुर देहात, कासगंज, कौशांबी, कुशीनगर, लखीमपुर-खीरी, ललितपुर, महाराजगंज, महोबा, मैनपुरी, मिर्जापुर, मुरादाबाद, प्रतापगढ़, रायबरेली, सीतापुर, रामपुर, संतकबीरनगर, शामली, श्रावस्ती, सोनभद्र और उन्नाव में अब कोविड का मरीज नहीं बचा है. यह जनपद कोरोना मुक्त हो गए हैं.
यूपी में कोरोना का वैक्सीनेशन अब युद्ध स्तर पर किया जाएगा. इसके लिए सोमवार से क्लस्टर मॉडल-2 शुरू किया गया है. एक तरफ जहां ऑन द स्पॉट पंजीकरण कर वैक्सीन लगाई जा रही है. वहीं जिला अस्पतालों में डबल शिफ्ट में रात दस बजे तक बूथ खुले रहेंगे. सोमवार की शाम तक प्रदेश में 8 लाख से अधिक लोगों को डोज़ लगाई गईं. फिक्स बूथ के अलावा कैम्प और घर-घर वैक्सीन की ड्राइव चलाई जा रही है. जिन इलाक़ों में क्लस्टर बनाकर पहली डोज़ लगाई गई है, उन क्षेत्रों में अब दूसरी डोज़ भी लगाई जाएंगी.ॉ
13 हजार 359 बनाए गए बूथ
इसके साथ ही जिन गांवों में सभी को पहली डोज़ लग गई है,उस गांव को 'प्रथम डोज़ संतृप्त ग्राम' की संज्ञा दी जाएग. वहीं दूसरी डोज़ से संतृप्त गांव को कोविड सुरक्षित ग्राम की संज्ञा दी जाएगी. इसके लिए प्रधानों को सम्मानित किया जाएगा. टीकाकरण में आशा आंगनबाड़ी व अन्य कर्मचारी की मदद ली जा रही है. यह कर्मी टीकाकरण से वंचित लोगों के घर जाकर टीकाकरण की पर्ची दे रहे हैं.सोमवार सुबह 11, 632 केंद्रों पर टीकाकरण शुरू किया गया है. दोपहर में संख्या बढ़कर 13 हजार 359 हो गयी. इसमें 13,289 सरकारी व 70 निजी केंद्र बनाए गए हैं.
सवा तीसरी करोड़ के करीब दूसरी डोज
18 वर्ष से अधिक 66.40 फीसद के अधिक आबादी टीकाकरण की पहली डोज से कवर हो गयी है. साथ ही दूसरी डोज भी 21.87 फीसद से ज्यादा लोगों को लग गयी है. यह कोरोना संक्रमण को कम करने में मददगार होगा. यूपी में कुल डोज अब जहां 13 करोड़ 15 लाख के पार हो गई है. वहीं पहली डोज़ का आंकड़ा अब 9 करोड़ 84 लाख को पार कर गया है. वहीं दूसरी डोज़ लेने वालों की तादाद 3 करोड़ 30 लाख 81 हजार पार कर गई है.
इसे भी पढ़ें- अब युद्ध स्तर पर होगा कोरोना वैक्सीनेशन, रात 10 बजे तक खुलेगा बूथ