लखनऊ : लोकसभा चुनाव 2024 में अभी 10 महीनों के समय लगभग बचा हुआ है. इससे पहले उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीट में से अमेठी लोकसभा अभी से सबसे हॉट सीट बन गई है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी के 2024 के लोकसभा चुनाव लड़ने पर अभी असमंजस बना हुआ है. हालांकि कांग्रेस अभी से उत्तर प्रदेश की अमेठी लोकसभा को लेकर तैयारी में जुट गई है. पार्टी इस लोकसभा सीट को 2024 में जीतना चाहती है. इसके लिए पार्टी ने अपने कदावर नेता व पूर्व एमएलसी दीपक सिंह को अमेठी लोकसभा की जिम्मेदारी सौंप दी है, जो लगातार अमेठी सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को लगातार घेर रहे हैं. दीपक सिंह बीते पांच साल में अमेठी लोकसभा में स्मृति ईरानी के द्वारा जो भी विकास कार्य कराया जा रहा है. उसको लेकर लगातार उनको घेर रहे हैं. ऐसे में अगर राहुल गांधी लोकसभा चुनाव लड़ते हैं या नहीं. इसके बाद भी कांग्रेस इस सीट को हर हाल में जीतना चाह रही है.
राहुल गांधी को 50 हजार वोटों से हराया था : अमेठी की प्रतिष्ठित लोकसभा सीट पर 2019 में स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को करीब 50 हजार वोट से चुनाव हरा दिया था. कांग्रेस पार्टी इस मिली हार को इस बार जीत में बदलने के लिए तैयारी शुरू कर दी है. पार्टी स्मृति ईरानी को घेरने के लिए उनकी योजनाओं के क्रियान्वयन में कमी खोज रही है. जिनके द्वारा लगातार केंद्रीय मंत्री व अमेठी सांसद को घेरने की कवायद की जा रही है. कांग्रेस कभी केंद्रीय मंत्री की विकास योजनाओं को खोजने के लिए लालटेन व टॉर्च लेकर निकल रही है. इसके अलावा जनता के बीच में जाकर 2019 में स्मृति ईरानी की तरफ से किए गए वादों की परख लोगों से की जा रही है.
लालटेन व टॉर्च के सहारे खोज रहे विकास कार्य : पूर्व एमएलसी दीपक सिंह का कहना है कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी जब भी अमेठी के दौरे पर आती हैं तो वह लगातार अपने विकास कार्यों को लेकर जनता के बीच में बड़े बड़े वादे करती हैं. उनके वादे और कार्यप्रणाली बिल्कुल अलग है. वह केवल उद्घाटन कर और फीता काट कर चली जाती हैं. जनता के बीच में उनके द्वारा किए गए कामों की असलियत जानने के लिए कांग्रेस पार्टी अमेठी के गांव-गांव जाकर लोगों की समस्याओं को सुन रही है और निस्तारण कर रही है.
यह भी पढ़ें : कानपुर में अब सर्राफा कारोबारी के ठिकानों पर डीआरआई टीम का छापा, जानिए वजह