लखनऊ : लखनऊ शहर की पूर्वी विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भाजपा और समाजवादी पार्टी के बीच में मुकाबला होने का असर है. वहीं कांग्रेस ने भी इस सीट पर अपना प्रत्याशी उतारने के संकेत दिए हैं. मंगलवार शाम को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में लखनऊ पूर्वी विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के साथ हुई बैठक के दौरान वरिष्ठ नेताओं और पदाधिकारी से विचार विमर्श कर उनके फीडबैक लिए.
उपचुनाव काफी महत्वपूर्ण : बैठक में अजय राय ने कहा कि पूर्वी विधानसभा का यह उपचुनाव काफी महत्वपूर्ण है. पार्टी इस चुनाव को पूरी मेहनत और लगन से जीतने के लिए संकल्पित है. उन्होंने कांग्रेस नेताओं को उपचुनाव की बारीकियां से अवगत कराते हुए चुनाव जीतने की रणनीति के बाबत आवश्यक दिशा निर्देश दिए. वहीं बैठक में मौजूद कांग्रेस विधान मंडल दल की नेता और विधायक आराधना मिश्रा मोना ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि एकजुट होकर चुनाव लड़कर कांग्रेस ने 2009 में लखनऊ पश्चिम विधानसभा का उपचुनाव में जीत हासिल की थी. आज एक बार फिर से वही अवसर सभी के सामने है. अब कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता जमीन पर मेहनत करके पूर्वी विधानसभा की उपचुनाव में जीत हासिल करें.
गठबंधन की बात के साथ चुनाव की तैयारी : 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पूरे देश में इंडिया गठबंधन के बैनर तले सभी विपक्षी पार्टियों को लाने की तैयारी कर रही है. वहीं दूसरी तरफ प्रदेश कांग्रेस पूर्वी विधानसभा के चुनाव को लेकर अभी से तैयारी शुरू कर दी है. सूत्रों का कहना है कि जिस तरह से समाजवादी पार्टी ने इंडिया गठबंधन में होने के बाद भी मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में अपने प्रत्याशी उतारे. साथ ही पिछले उपचुनाव में घोसी विधानसभा में कांग्रेस ने प्रत्याशी नहीं दिया था. इसके बाद भी समाजवादी पार्टी ने उत्तराखंड के बागेश्वर सीट पर प्रत्याशी उतार दिया था. पार्टी नेताओं का कहना है कि समाजवादी पार्टी की तरफ से गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए करने की बात का दावा किया गया है. ऐसे में कांग्रेस पार्टी विधानसभा चुनाव में अलग से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. इसी कड़ी में पार्टी अब लखनऊ की पूर्वी विधानसभा में होने वाले उपचुनाव में अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी में है. हालांकि अभी तक उत्तर प्रदेश में बीते कुछ उपचुनाव की बात करें तो मिर्जापुर की छानबे विधानसभा सीट पर ही कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी उतारा था. शेष बाकी उपचुनाव में पार्टी समाजवादी पार्टी को ही समर्थन देती आई है.
2022 के उपचुनाव में कांग्रेस को 2% वोट भी नहीं मिले थे : अगर 2022 की विधानसभा चुनाव की बात करें तो लखनऊ की पूर्वी विधानसभा सीट पर सभी प्रत्याशियों ने अपने उम्मीदवार उतारे थे. इस चुनाव में यह सीट भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार आशुतोष टंडन 'गोपाल जी' ने जीत ली थी. उन्हें इस सीट पर कुल 59.4% वोट प्राप्त हुए थे. इस सीट पर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अनुराग भदौरिया को 32.7 फ़ीसदी वोट मिले थे. भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार आशुतोष टंडन को इस सीट पर 1 लाख 52 हजार 998 वोट मिले थे. अनुराग भदौरिया को 84 हजार 197 वोट मिले थे. आशुतोष टंडन ने यह चुनाव 68 हजार 731 वह तो सही है चुनाव जीत लिया था. कांग्रेस की बात करें तो इस सीट पर कांग्रेस ने मनोज तिवारी को अपना प्रत्याशी बनाया था. उन्हें कल 1.74 फ़ीसदी ही वोट मिले थे. इनको मिले कुल मतों की संख्या 4485 था, वह चौथे नंबर पर थे. तीसरे नंबर पर बहुजन समाज पार्टी के आशीष कुमार सिंह थे जिन्हें 3.82 फ़ीसदी मत मिले थे. जिन्हें कुल 9834 मत प्राप्त हुए थे. इस चुनाव में इस विधानसभा पर कुल 2 लाख 77 हजार 468 लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था. ऐसे में अगर लोकसभा चुनाव से पहले इस सीट पर उपचुनाव होता है तो एक बार फिर से इंडिया गठबंधन को लेकर तकरार पैदा होने की उम्मीद है.
यह भी पढ़ें : केशव देव मौर्य बोले, रामपुर में सपा की हार पर आश्चर्य नहीं, पुलिस ने वोटरों को डराया
कांग्रेस नेताओं की मेहनत हुई 'सिफर', नाउम्मीदी में बदली हर उम्मीद