लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने चार साल की उपलब्धियों को गिनाया है. उन्होंने कहा है कि कोरोना कालखण्ड में कोविड-19 पर सभी के सहयोग से नियंत्रण पाने के साथ-साथ रोजगार और आर्थिक विकास की गतिविधियों को संचालित किया गया है. प्रदेश में मिशन रोजगार के तहत बड़े पैमाने पर निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से विगत 4 वर्षों में लगभग 4 लाख युवाओं को सरकारी नौकरियां उपलब्ध करायी गई हैं. सभी चयन परीक्षाओं में नियमों का पूर्ण पालन करते हुए समयबद्ध ढंग से योग्य अभ्यर्थियों की भर्ती की गई. उन्होंने कहा है कि भर्ती प्रक्रिया को पूरी तेजी से आगे बढ़ाते हुए आगामी समय में पारदर्शितापूर्ण और निष्पक्ष ढंग से संचालित रखा जाएगा.
रोजगार के लिए पारदर्शिता से हो रहा काम
सीएम योगी ने कहा कि राज्य सरकार गांव, गरीब, किसान, मजदूर, महिलाओं, नौजवानों आदि के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है. मिशन रोजगार के तहत अधिक से अधिक युवाओं को नौकरी व स्वरोजगार से जोड़ा गया है. राज्य सरकार द्वारा सरकारी नौकरियों में योग्यता और प्रतिभा को अवसर प्रदान करते हुए पूरी पारदर्शिता और ईमानदारी के साथ भर्तियां की गई हैं. आरक्षण के नियमों का पालन करते हुए समाज के गरीब और वंचित वर्गों के लोगों को भी आगे बढ़ाने का कार्य किया गया है.
4 साल में युवाओं को मिले 4 लाख रोजगार
वहीं जानकारी देते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया, कोरोना कालखण्ड के दौरान विगत 16 अक्टूबर, 2020 को बेसिक शिक्षा परिषद के 31,277 सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र वितरित किए गए.
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तत्पश्चात् राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के 3,317 सहायक अध्यापकों को ऑनलाइन नियुक्ति पत्र/पदस्थापन आदेश निर्गत किए गए. सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के 1,438 नवचयनित अवर अभियन्ताओं को नियुक्ति एवं पदस्थापन पत्र वितरित किए गए. परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों के लगभग 37,000 नवचयनित सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र वितरित किए गए. सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के 3,209 नवचयनित नलकूप चालकों को नियुक्ति एवं पदस्थापन पत्र का वितरण किया गया.