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अखिलेश यादव की हालत उस अंधे बगुले जैसी होने वाली है जिसे मछली के गफलत में कीचड़ खाना पड़ता है: सिद्धार्थ नाथ

अखिलेश यादव के एक ट्वीट का जवाब देते हुए सरकार के प्रवक्ता व कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह से कहा कि तुलसीदास जी ने रामचरिच मानस में आपही जैसे लोगों के लिए लिखा है, जाकी रही भावना जैसी.. एक और मुहावरा आप पर लागू होता है, "अंधा कहे सब जग अंधा" पर यह होता नहीं. आपकी हालत सत्तालोलुपता के कारण उस अंधे बगुले जैसी होने वाली है जिसे मछली के गफलत में कीचड़ खाना पड़ता है.

अखिलेश यादव को सिद्धार्थ नाथ सिंह
अखिलेश यादव को सिद्धार्थ नाथ सिंह
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Published : Oct 8, 2021, 7:18 PM IST

लखनऊ: भाजपा सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर तंज किया है. बयान जारी कर उन्होंने कहा कि आप तो गजब के पल्टीमार निकले. हर 24 घंटे में आपके बयान बदलते हैं और हर चुनाव में गठबंधन. आपके बयानों में गजब का विरोधाभास है. लखीमपुर की घटना में कल तक आपको योगी सरकार का कोई एक्शन नहीं दिख रहा था. आज आपको गांवों में भाजपा के उतरते झंडे दिख रहे हैं. कल आप धृतराष्ट्र की भूमिका में नजर आए आज संजय के रोल में.

दरअसल, सिद्धार्थ नाथ सिंह ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के एक ट्वीट के जवाब दे रहे थे, जिसमें अखिलेश ने लिखा है कि उप्र के शासन-प्रशासन ने लखीमपुर के नामजद आरोपी को समन भेजने की जो औपचारिक कार्रवाई की है उससे जनाक्रोश और बढ़ गया है. इस घटना के बाद जिस तरह पूरे देश, विशेषकर उप्र में किसानों के बीच भावात्मक एकता जन्मी है वो अभूतपूर्व है. गांवों में भाजपा के झंडे उतर गये हैं.

  • उप्र के शासन-प्रशासन ने लखीमपुर के नामज़द आरोपी को समन भेजने की जो औपचारिक कार्रवाई की है उससे जनाक्रोश और बढ़ गया है। ‘लखीमपुर हत्याकांड’ के बाद जिस तरह पूरे देश, विशेषकर उप्र में किसानों के बीच भावात्मक एकता जन्मी है वो अभूतपूर्व है।

    गाँवों में भाजपा के झंडे उतर गये हैं। pic.twitter.com/F3Bxrq5n5a

    — Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 7, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
इसके जवाब में सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा है कि तुलसीदास जी ने रामचरिच मानस में आपही जैसे लोगों के लिए लिखा है, जाकी रही भावना जैसी.. एक और मुहावरा आप पर लागू होता है, "अंधा कहे सब जग अंधा" पर यह होता नहीं. जनता सब देख रही है. वह आपकी तरह नहीं है. दरअसल आपकी हालत सत्तालोलुपता के कारण उस अंधे बगुले जैसी होने वाली है जिसे मछली के गफलत में कीचड़ खाना पड़ता है.

बता दें कि लखीमपुर खीरी जिले में तीन अक्टूबर को हुई घटना के बाद से प्रदेश की राजनीति गरम है. सभी पार्टियां लखीमपुर में मारे गए किसानों के परिजनों को सहानभूति देने के लिए उनके घर पहुंच रहे हैं. आज भी सपा प्रमुख अखिलेश यादव लखीमपुर हिंसा के शिकार बहराइच निवासी मृत दोनों किसानों के गांव पहुंचे. अखिलेश सबसे पहले किसान दलजीत के परिजनों से मिलने नानपारा के बंजारन टाण्डा पहुंचे.

जहां पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया. तकरीबन 30 मिनट परिवार के बीच बैठने के बाद वे दूसरे मृतक किसान गुरविंदर के घर मोहनिया के लिए रवाना हो गए. यहां उन्होंने मृतक किसान गुरविंदर के परिजनों के साथ तकरीबन 40 मिनट बातचीत करते रहे.

पढ़ें- lakhimpur kheri violence: अखिलेश यादव का आरोप, सुना है अजय मिश्रा का बेटा भाग गया नेपाल

लखनऊ: भाजपा सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर तंज किया है. बयान जारी कर उन्होंने कहा कि आप तो गजब के पल्टीमार निकले. हर 24 घंटे में आपके बयान बदलते हैं और हर चुनाव में गठबंधन. आपके बयानों में गजब का विरोधाभास है. लखीमपुर की घटना में कल तक आपको योगी सरकार का कोई एक्शन नहीं दिख रहा था. आज आपको गांवों में भाजपा के उतरते झंडे दिख रहे हैं. कल आप धृतराष्ट्र की भूमिका में नजर आए आज संजय के रोल में.

दरअसल, सिद्धार्थ नाथ सिंह ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के एक ट्वीट के जवाब दे रहे थे, जिसमें अखिलेश ने लिखा है कि उप्र के शासन-प्रशासन ने लखीमपुर के नामजद आरोपी को समन भेजने की जो औपचारिक कार्रवाई की है उससे जनाक्रोश और बढ़ गया है. इस घटना के बाद जिस तरह पूरे देश, विशेषकर उप्र में किसानों के बीच भावात्मक एकता जन्मी है वो अभूतपूर्व है. गांवों में भाजपा के झंडे उतर गये हैं.

  • उप्र के शासन-प्रशासन ने लखीमपुर के नामज़द आरोपी को समन भेजने की जो औपचारिक कार्रवाई की है उससे जनाक्रोश और बढ़ गया है। ‘लखीमपुर हत्याकांड’ के बाद जिस तरह पूरे देश, विशेषकर उप्र में किसानों के बीच भावात्मक एकता जन्मी है वो अभूतपूर्व है।

    गाँवों में भाजपा के झंडे उतर गये हैं। pic.twitter.com/F3Bxrq5n5a

    — Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 7, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
इसके जवाब में सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा है कि तुलसीदास जी ने रामचरिच मानस में आपही जैसे लोगों के लिए लिखा है, जाकी रही भावना जैसी.. एक और मुहावरा आप पर लागू होता है, "अंधा कहे सब जग अंधा" पर यह होता नहीं. जनता सब देख रही है. वह आपकी तरह नहीं है. दरअसल आपकी हालत सत्तालोलुपता के कारण उस अंधे बगुले जैसी होने वाली है जिसे मछली के गफलत में कीचड़ खाना पड़ता है.

बता दें कि लखीमपुर खीरी जिले में तीन अक्टूबर को हुई घटना के बाद से प्रदेश की राजनीति गरम है. सभी पार्टियां लखीमपुर में मारे गए किसानों के परिजनों को सहानभूति देने के लिए उनके घर पहुंच रहे हैं. आज भी सपा प्रमुख अखिलेश यादव लखीमपुर हिंसा के शिकार बहराइच निवासी मृत दोनों किसानों के गांव पहुंचे. अखिलेश सबसे पहले किसान दलजीत के परिजनों से मिलने नानपारा के बंजारन टाण्डा पहुंचे.

जहां पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया. तकरीबन 30 मिनट परिवार के बीच बैठने के बाद वे दूसरे मृतक किसान गुरविंदर के घर मोहनिया के लिए रवाना हो गए. यहां उन्होंने मृतक किसान गुरविंदर के परिजनों के साथ तकरीबन 40 मिनट बातचीत करते रहे.

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