लखनऊः यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट (12वीं) की पहले चरण की प्रैक्टिकल परीक्षाएं 20 अप्रैल से शुरू हो रही हैं. इस बार बोर्ड ने बड़े बदलाव का फैसला लिया है. बोर्ड की तरफ से अब प्रैक्टिकल परीक्षाएं भी केंद्रों पर कराने की तैयारी की जा रही है. छात्रों को बाकायदा परीक्षा केंद्र पर जाकर प्रैक्टिकल देना होगा. अभी यह प्रैक्टिकल स्कूल में ही हुआ करते थे. इसके चलते गुरुजी अपने हिसाब से बच्चों को अंक बांटते थे, लेकिन अब यह खेल नहीं चल पाएगा.
प्रैक्टिकल परीक्षाएं बोर्ड की लिखित परीक्षा होने के करीब दो महीने पहले ही शुरू कर दी जाती थीं, लेकिन इस बार अभी यह परीक्षाएं नहीं हो पाई हैं. ऐसे में इन बदलावों के चलते छात्रों को काफी मुश्किलें भी उठानी पड़ सकती हैं.
परीक्षा से संबंधित यह किए गए बदलाव
- छात्रों को परीक्षा केंद्रों पर जाकर ही प्रैक्टिकल परीक्षाएं देनी होंगी.
- जिन केंद्रों के पास प्रयोगात्मक परीक्षा केंद्र की मान्यता नहीं है, वहां के बच्चों को नया परीक्षा केंद्र आवंटित किया जाएगा.
- प्रैक्टिकल परीक्षाएं भी अब कैमरे की नजर में होंगी. इनकी रिकॉर्डिंग सुरक्षित रखनी होगी.
- सिर्फ राजकीय और सहायता प्राप्त विद्यालयों के शिक्षकों को ही परीक्षक के रूप में तैनात किया जाएगा.
- अभी तक निजी स्कूलों के शिक्षकों को भी यह जिम्मेदारी दी जाती थी.
- परीक्षक को परीक्षा केंद्र पर प्रैक्टिकल के लिए जाते समय अपना आधार कार्ड और पहचान पत्र प्रस्तुत करना होगा. इनकी एक प्रति प्रिंसिपल अपने पास रिकॉर्ड के रूप में भी रखेंगे.
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