लखनऊ : यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन कार्य 10 मार्च से शुरू होने वाला है. पहले यह मूल्यांकन 8 मार्च से शुरू होना था, लेकिन 8 और 9 मार्च को पीजीटी और टीजीटी परीक्षा आयोजित होने के कारण उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के कार्य को आगे बढ़ा दिया गया है. साथ ही सभी प्रधानाचार्यों को निर्देशित किया गया है कि वह अपने विद्यालय के मूल्यांकन के लिए संबंधित दस्तावेज कार्यालय से प्राप्त कर 10 मार्च को आवंटित मूल्यांकन केंद्र पर सुबह 9 बजे से शुरू कर सकेंगे.
मूल्यांकन के लिए यूपी बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं की संख्या 32,00,000 बताई जा रही है. काॅपियों के मूल्यांकन के लिए पूरे प्रदेश में 229 केंद्र बनाए गए हैं. हर परीक्षा को इंटर की 45 और हाईस्कूल की 50 कॉपियां प्रतिदिन मूल्यांकित करनी होंगी, जिसके लिए 24000 परीक्षक व्यवस्था में लगाए गए हैं, जो कि पिछली बार की संख्या से कम है. मूल्यांकन कार्य प्रतिदिन सुबह 10 से शाम 5 बजे तक चलेगा. कॉपियों के मूल्यांकन के लिए नियम-निर्देश भी बनाए हैं, जिसके अनुसार किसी भी परीक्षक के लिए मोबाइल का इस्तेमाल पूरी तरह प्रतिबंधित है. उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 8 से 22 मार्च, 15 दिन में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन पहले शुरुआती 2 दिनों का कार्यक्रम टलने के बाद इसमें ज्यादा समय लगने की उम्मीद की जा सकती है.