लखनऊ : माध्यमिक शिक्षा परिषद हाईस्कूल इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में उन स्कूलों को मान्यता वापसी की कार्रवाई शुरू गई है. परीक्षा के दौरान 67 मुन्ना भाई पकड़े गए हैं. इन स्कूलों ने बोर्ड परीक्षा के दौरान अपने यहां से प्रॉक्सी परीक्षार्थियों के परीक्षा फॉर्म भरवा कर उन्हें बोर्ड परीक्षा में शामिल करवाया था. पूरे बोर्ड परीक्षा के दौरान प्रदेश के विभिन्न जिलों से कुल 67 मुन्ना भाइयों को पकड़ा है. इसके अलावा पूरे प्रदेश से कुल 120 नकलचियों के खिलाफ एफआईआर हो चुकी है.
यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने कहा कि हमने राज्य के 67 कॉलेजों की पहचान की है. जहां से प्रॉक्सी उम्मीदवारों को पकड़ा गया है. इन सभी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है. अब जब बोर्ड परीक्षा समाप्त हो गई है तो बोर्ड ने डीआईओएस के माध्यम से इन स्कूलों की रिपोर्ट मांगी गई है. इसी रिपोर्ट के आधार पर ऐसे स्कूलों की एक सूची तैयार की जाएगी और मान्यता वापस ली जाएगी. जिन स्कूलों ने ऐसे परीक्षार्थियों का अपने यहां से नामांकन कराया है. उन्होंने मान्यता के लिए निर्धारित शर्तों का पालन नहीं किया है. इन स्कूलों ने परीक्षाओं के संचालन में गंभीर अनियमितता बरती है.
बोर्ड से प्राप्त सूचना के अनुसार सबसे अधिक मुन्ना भाई यूपी के गाजीपुर बलिया जिले से पकड़े गए हैं. गाजीपुर से सबसे अधिक 18 बलिया से 15 आगरा से 5 और प्रयागराज और आजमगढ़ से 44 मुन्ना भाई बोर्ड परीक्षा के दौरान पकड़े गए हैं. इसके अलावा प्रतापगढ़ व गोरखपुर से 3-3 मुन्ना भाई पकडे गए हैं. जौनपुर भदोही से 2-2 व फिरोजाबाद, मथुरा, कासगंज, कुशीनगर, अयोध्या, बुलंदशहर, रामपुर व बलरामपुर जिलों से एक-एक मुन्नाभाई पकड़े गए हैं.
18 मार्च से 257 केंद्रों पर शुरू होगा मूल्यांकन : यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 18 मार्च से शुरू हो जाएगा. बोर्ड की सभी परीक्षाएं चार मार्च को समाप्त हो जाएंगी. मूल्यांकन के लिए 257 केन्द्र बनाए गए हैं. लखनऊ में पांच केन्द्रों पर मूल्यांकन होगा. माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) के सचिव परिषद दिव्यकांत शुक्ला ने बताया कि परीक्षा के साथ ही उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन की तैयारियां चल रही हैं.
इस बार हाईस्कूल में परीक्षार्थियों की संख्या 31 लाख 16 हजार 487 और इंटरमीडिएट में कुल परीक्षार्थियों की संख्या 27 लाख 69 हजार 258 को मिलाकर परीक्षार्थियों की कुल संख्या 58 लाख 85 हजार 745 थी. इसमें अलग-अलग विषयों में अब तक करीब साढ़े चार लाख परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे. इस हिसाब से 54 लाख से अधिक परीक्षार्थियों की कॉपियों का मूल्यांकन होना है. सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने बताया कि मूल्यांकन के सम्बन्ध में सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों (डीआईओएस)को आदेश जारी कर दिए गए हैं. परीक्षार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं के त्रुटिरहित मूल्यांकन के लिए दिशा निर्देश भी दिए गए हैं. जल्द ही परीक्षकों की सूची जारी की जाएगी.
हाईस्कूल की परीक्षा समाप्त, इंटर का आज आखिरी दिन : 16 फरवरी से शुरू हुई यूपी बोर्ड की परीक्षाओं का शानिवार को अंतिम दिन है. हाईस्कूल की परीक्षाएं शुक्रवार सामाजिक विज्ञान के परचे के साथ समाप्त हो गईं. हाईस्कूल में सामाजिक विज्ञान की परीक्षा में अंतिम दिन भी दो फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए. शनिवार को प्रथम पाली में इंटर व्यावसायिक पंचम वर्ग एवं दूसरी पाली में रसायन शास्त्र एवं समाजशास्त्र की परीक्षा होनी है. प्रथम पाली में 1120 सेंटरों पर 39 हजार 763 एवं दूसरी पाली में 8656 सेंटरों पर 21 लाख 16 हजार 095 परीक्षार्थी परीक्षा देने पहुंचेंगे.
हाईस्कूल में अनुपस्थित रहे 2 लाख 08 हजार 953 परीक्षार्थी : इस वर्ष पूरी परीक्षा के दौरान यूपी बोर्ड की अधिकारी लगातार सक्रिय रहे. इसी का नतीजा रहा कि परीक्षाओं के दौरान कहीं से बड़ी घटना सामने नहीं आई. बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ला शुक्रवार को दिनभर इंटर के अंतिम परचे की व्यवस्था को बेहतर बनाने में जुटे रहे. वहीं हाईस्कूल में पूर्णरूप से अनुपस्थित परीक्षार्थीयों की कुल संख्या 2 लाख 08 हजार 953 रही. जिन्होंने इस साल परीक्षा छोड़ दी. सचिव दिव्य कांत शुक्ल ने बताया कि हाईस्कूल की परीक्षाएं शुचितापूर्ण तरीके से संपन्न हो गई है. शनिवार को इंटर की परीक्षाएं खत्म हो जाएंगी.
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