लखनऊ: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की परीक्षाएं आज से शुरू हो गई है. परीक्षाओं को लेकर जिला प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रहा है, साथ ही परीक्षा में सम्मिलित होने वाले छात्रों की सुविधाओं का ध्यान भी जिला प्रशासन ने रखा है. संवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट भी नियुक्त किए गए हैं. वहीं परीक्षाओं को लेकर रायबरेली, हरदोई, कानपुर देहात, बदायूं और बलरामपुर में परीक्षा के पहले दिन प्रशासनिक अमला पूरी तरह मुस्तैदी में दिखा.
रायबरेली में सख्त पहरे में सम्पन्न हुई बोर्ड परीक्षा
रायबरेली में बोर्ड परीक्षा को लेकर महीनों से चल रही तैयारियों के बीच आज परीक्षा के पहले दिन प्रशासनिक अमला पूरी तरह मुस्तैदी में दिखा. वही परीक्षार्थियों ने भी परीक्षा केंद्रों की व्यवस्था पर संतुष्टि जताते इंतजामों को बेहतर करार दिया. बोर्ड परीक्षा को लेकर शासन के निर्देश पर परीक्षा केंद्रों में सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से अभेद बनाई गई थी. खुद पुलिस कप्तान स्वप्निल ममगेन अपने हाथों में कमान लेकर परीक्षा केंद्रों का दौरा करते है. विशेषतौर पर संवेदनशील केंद्रों पर प्रशासनिक अमला बेहद सजग दिखा. बोर्ड परीक्षाएं पूरी तरह से खाकी के साएं सम्पन्न हुई. सुबह की पाली में दसवीं के परीक्षार्थी पेपर देने के बाद परीक्षा केंद्रों से निकल कर ईटीवी भारत से रुबरू हुए. पहला पेपर हिंदी होने के साथ ही सहज आने से ज्यादातर छात्र - छात्राओं में उत्साह दिखा.
हरदोई में परीक्षा केंद्र की चेकिंग के दौरान क्लर्क और चौकीदार के कक्ष में मिली कापियां
हरदोई में माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं के लिए जिले में 119 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. जिनमें 96 हजार से अधिक परीक्षार्थी परीक्षा देंगे. हाई स्कूल की परीक्षा के पहले दिन सुबह की पाली में सचल दस्ते मे बीएसए हेमंत राव ने शाहाबाद कस्बे के नेहरू म्युनिस्पिल इंटर कॉलेज के परीक्षा केंद्र को चेक किया. परीक्षा केंद्र की चेकिंग के दौरान वहां क्लर्क और चौकीदार के कक्ष में कुछ कापियां और किताबें मिली, जिसको लेकर उन्होंने केंद्र व्यवस्थापक से जवाब तलब किया. इन दोनों कमरों में मिली कापियां अर्धवार्षिक परीक्षा कुछ किताबें भी मिली जो हिंदी विषय से जुडी थी. परीक्षा केंद्र पर इन दो कमरों में आज हिंदी विषय के पेपर के दौरान परीक्षा से जुडी. किताबे वगैरह मिलने के बाद बीएसए ने दोनों कमरों को संदिग्ध मामते हुए दोनों कमरों को सील करके केंद्र व्यवस्थापक से जवाब तलब किया है.
कानपुर देहात में 2476 छात्र-छात्राओं ने छोड़ी परीक्षा
कानपुर देहात में आज उत्तर प्रदेश सरकार के आदेशानुसार सख्ती और नियम कानून के साथ यूपी बोर्ड की परीक्षा कराई गई. इसके चलते 10 प्रतिशत से ज्यादा छात्र छात्राओं ने यूपी बोर्ड की परीक्षा छोड़ दी. जैसे ही पेपर छूटा की वैसे ही कई छात्र छात्राओं के चहरे पर खुशी तो कई के चहरे उतरे हुए मिले. डीएम ने बताया कि परीक्षा काफी शांतिपूर्ण ढंग से कराई गई है.
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बदायूं में बोर्ड की परीक्षा को लेकर चुस्त-दुरुस्त दिखा जिला प्रशासन
माध्यमिक शिक्षा परिषद की यूपी बोर्ड की परीक्षाएं आज से शुरू हो गई हैं. बदायूं में परीक्षाओं को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है. जिले में लगभग 88 परीक्षा केंद्रों पर 59 हजार परीक्षार्थी इस बार परीक्षा दे रहे हैं. 36 संवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है, वहीं छात्र छात्राओं के लिए पीने के पानी और टॉयलेट की सुविधाओं का भी ध्यान रखा गया है. 10 सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ-साथ इस बार 2 जोनल मजिस्ट्रेट की भी परीक्षाओं में ड्यूटी लगाई गई है. सीसीटीवी फुटेज के लिए एक सेंट्रलाइज कंप्यूटर सेंटर बनाया गया है. साथ ही परीक्षा के दौरान ध्वनि विस्तारक यंत्रों पर भी पाबंदी लगाई गई है. जिला प्रशासन की तैयारी पूरी तरीके से चुस्त-दुरुस्त है जिससे परीक्षाएं अच्छी तरीके से निपट सकें.
बलरामुपर में 1700 छात्र-छात्राओं ने छोड़ी परीक्षा
योगी सरकार के द्वारा माध्यमिक शिक्षा परिषद की परीक्षाओं में नकल विहीन परीक्षा के कारण हो रही कड़ाई से परीक्षार्थी अब परीक्षाओं से किनारा करने लगे हैं. हिंदी की परीक्षा में ही बलरामपुर में तकरीबन 1700 छात्र-छात्राओं ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा छोड़ दी. केंद्रों की निगरानी सीसीटीवी कैमरा, वॉइस रिकॉर्डिंग व डीवीआर के जरिए की जा रही है. केंद्र व्यवस्थापक उनको निर्देश है कि परीक्षा में किसी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए. सचल दल दिनभर चलते रहे और केंद्रों की जांच करते रहे. इसलिए परीक्षार्थियों में नकल न होने या नकल करते पकड़े जाने का डर होने के कारण परीक्षाओं से किनारा करते दिख रहे हैं.
बोर्ड परीक्षा की पहली पाली में हाई स्कूल के हिंदी विषय की परीक्षा में 17029 में से कुल 15875 छात्र- छात्र परीक्षा में सम्मिलित हुए. वहीं, 1154 परीक्षार्थियों ने हिंदी के प्रश्न पत्र से किनारा कर लिया. दूसरी पाली में आयोजित हुए इंटरमीडिएट के सामान्य हिंदी विषय में कुल 10491 छात्रों में से 9946 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी. इस प्रश्न पत्र में भी 545 परीक्षार्थियों ने परीक्षा से किनारा किया.