लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार छात्रों पर दबाव कम करने के उद्देश्य से 12वीं के छात्रों को कंपार्टमेंट परीक्षा सुविधा उपलब्ध कराने की तैयारी में है. यूपी बोर्ड की अगले सत्र की इंटरमीडिएट परीक्षा में फेल होने पर परीक्षार्थी कंपार्टमेंट परीक्षा दे सकेंगे. यूपी बोर्ड अब तक सिर्फ हाईस्कूल के छात्रों को यह सुविधा एक विषय में दे रखी थी. अब यह सुविधा 10वीं के साथ-साथ 12वीं में भी छात्रों को दो विषयों में फेल होने पर कंपार्टमेंट परीक्षा देने की सुविधा मिलेगी.
यूपी बोर्ड के इंटरमीडिएट के छात्र भी दे सकेंगे कंपार्टमेंट परीक्षा
- प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि सरकार डर मुक्त परीक्षा कराने के लिए प्रतिबद्ध है.
- उन्होंने कहा कि परीक्षा के नाम पर बच्चों में घबराहट न हो और बच्चों का बहुमुखी विकास हो सके.
- यूपी बोर्ड के परीक्षा पैटर्न में भी सीबीएसई और आईएससीई की तर्ज पर बदलाव करने की तैयारी है.
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- सीबीएसई में दो विषय में फेल होने पर कंपार्टमेंट परीक्षा की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है.
- छात्र के मार्कशीट में यह नहीं लिखा होता कि छात्र ने कंपार्टमेंट परीक्षा देकर 12वीं पास की है.
- यह सुविधा अब यूपी बोर्ड में भी लागू हो गया है जिससे कि छात्रों को राहत मिल सकेगा.
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं में 60 लाख से अधिक बच्चे शामिल होते हैं. बोर्ड पर दबाव रहता है की बच्चे स्वस्थ माहौल में परीक्षा दें और इसी को ध्यान में रखते हुए शिक्षा मंत्री और डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने विभाग की कमान संभालते ही नकल विहीन परीक्षा पर सबसे अधिक फोकस किया. इसके बाद सुचारू रूप से कक्षाओं के संचालन और अब परीक्षा के दौरान बच्चों पर रहने वाले दबाव को कम करने के प्रयास में यह कदम उठाया जा रहा है.