ETV Bharat / state

UP ATS ने मानव तस्कर गिरोह का किया भंडाफोड़, 9 बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार

Human Trafficking News : बांग्लादेश व म्यांमार के नागरिकों का फर्जी दस्तावेज बनाकर मानव तस्करी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का यूपी एटीएस ने किया पर्दाफाश. एटीएस ने गिरोह के 9 लोगों को किया गिरफ्तार.

पुलिस महानिरीक्षक एटीएस जीके गोस्वामी
पुलिस महानिरीक्षक एटीएस जीके गोस्वामी
author img

By

Published : Dec 13, 2021, 6:42 PM IST

Updated : Dec 13, 2021, 7:38 PM IST

लखनऊ : Human Trafficking News : एटीएस ने एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश किया है. यह गिरोह बांग्लादेश व म्यांमार के नागरिकों का हिन्दू नाम बदलकर फर्जी दस्तावेज बनाकर मानव तस्करी का काम करता था. यूपी एटीएस ने 9 लोगों को गिरफ्तार किया है. फर्जी दस्तावेज बनाने व तस्करी के लिए यह गैंग लोगों से लाखों रुपये भी वसूलता था.

पुलिस महानिरीक्षक एटीएस जीके गोस्वामी ने बताया कि हिन्दू नाम बदलकर फर्जी पासपोर्ट व अन्य दस्तावेज बनाकर मानव तस्करी करने वाले गिरोह का एटीएस ने पर्दाफाश किया है. यह गैंग बांग्लादेश व म्यांमार के नागरिकों का फर्जी दस्तावेज बनाकर मानव तस्करी करने का काम करता था. इस गैंग के सरगना समेत 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि इससे पहले भी इस गैंग के 9 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. उनका कहना था कि यह गैंग बांग्लादेश और म्यांमार के नागरिकों को अवैध रूप से भारत में लाकर, उनके दस्तावेज कूट रचित प्रपत्र तैयार करवाकर पहले उन्हें भारत के नागरिक के रूप में दर्शाता था. फिर उनसे लाखों रुपए लेकर विदेश भेजने का काम कर रहा था. इन्हें गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.

पुलिस महानिरीक्षक एटीएस जीके गोस्वामी

आईजी एटीएस जीके गोस्वामी ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि लगभग दो महीने पहले एटीएस ने अंतरराष्ट्रीय गैंग का पर्दाफाश किया था. ये फर्जी कागजात बनाकर बांग्लादेशी नागरिकों को भारत भेजते थे. इस सूचना व सर्विलांस से मिली जानकारी के आधार पर रविवार को सियालदह एक्सप्रेस में बनारस टीम व अन्य अधिकारियों ने 8 लोगों को कानपुर में उतारा. ये सभी बांग्लादेश के निवासी थे. इन सबके हिन्दू नाम पर बदलकर पासपोर्ट बनाए गए थे. इनके पास से पुराने नाम वाले पहचान पत्र भी बरामद किए गए हैं.

इसे भी पढे़ं- अब इब्राहिम से आदित्य बना लखनऊ का ये युवक, आर्य समाज ने कराई घर वापसी

एक और टीम ने गैंग के सरगना महफुजूर रहमान को भी गिरफ्तार किया है. उन्होंने बताया इन सबके पास से फर्जी सिमकार्ड, फर्जी पासपोर्ट और अन्य कागजात मिले हैं. ये लोग असली नाम छिपाकर हिंदू नामों से दस्तावेज बनवाते थे. फिर भारत लाकर विदेश भेजे जाते थे. इसके बदले इनसे लाखों रुपये भी लिए जाते थे. उन्होंने बताया कि एटीएस की फील्ड यूनिट कानपुर व मुख्यालय की एक टीम ने आठ लोगों को कानपुर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया, तो वहीं मुख्य आरोपी को कोलकाता से गिरफ्तार किया है, जिसे लखनऊ लाया जा रहा है. इस पूरे मामले में अब तक 18 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं.


इन 9 लोगों को किया गया गिरफ्तार

आईजी एटीएस ने बताया कि जिन लोगों की गिरफ्तारी हुई है, उनमें महफुजूर रहमान, असिदुल इस्लाम उर्फ विजयदास, हुसैन उर्फ मानिक दत्ता, अलअमीन उर्फ राजेश, जैबुल इस्लाम उर्फ गोविंदा, जमील अहमद उर्फ पलाश, राजिब हुसैन उर्फ अजीत दास, सखावत खान उर्फ गोलक और अलाउद्दीन तारिक उर्फ रिंकू विश्वास शामिल हैं.


ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

लखनऊ : Human Trafficking News : एटीएस ने एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश किया है. यह गिरोह बांग्लादेश व म्यांमार के नागरिकों का हिन्दू नाम बदलकर फर्जी दस्तावेज बनाकर मानव तस्करी का काम करता था. यूपी एटीएस ने 9 लोगों को गिरफ्तार किया है. फर्जी दस्तावेज बनाने व तस्करी के लिए यह गैंग लोगों से लाखों रुपये भी वसूलता था.

पुलिस महानिरीक्षक एटीएस जीके गोस्वामी ने बताया कि हिन्दू नाम बदलकर फर्जी पासपोर्ट व अन्य दस्तावेज बनाकर मानव तस्करी करने वाले गिरोह का एटीएस ने पर्दाफाश किया है. यह गैंग बांग्लादेश व म्यांमार के नागरिकों का फर्जी दस्तावेज बनाकर मानव तस्करी करने का काम करता था. इस गैंग के सरगना समेत 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि इससे पहले भी इस गैंग के 9 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. उनका कहना था कि यह गैंग बांग्लादेश और म्यांमार के नागरिकों को अवैध रूप से भारत में लाकर, उनके दस्तावेज कूट रचित प्रपत्र तैयार करवाकर पहले उन्हें भारत के नागरिक के रूप में दर्शाता था. फिर उनसे लाखों रुपए लेकर विदेश भेजने का काम कर रहा था. इन्हें गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.

पुलिस महानिरीक्षक एटीएस जीके गोस्वामी

आईजी एटीएस जीके गोस्वामी ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि लगभग दो महीने पहले एटीएस ने अंतरराष्ट्रीय गैंग का पर्दाफाश किया था. ये फर्जी कागजात बनाकर बांग्लादेशी नागरिकों को भारत भेजते थे. इस सूचना व सर्विलांस से मिली जानकारी के आधार पर रविवार को सियालदह एक्सप्रेस में बनारस टीम व अन्य अधिकारियों ने 8 लोगों को कानपुर में उतारा. ये सभी बांग्लादेश के निवासी थे. इन सबके हिन्दू नाम पर बदलकर पासपोर्ट बनाए गए थे. इनके पास से पुराने नाम वाले पहचान पत्र भी बरामद किए गए हैं.

इसे भी पढे़ं- अब इब्राहिम से आदित्य बना लखनऊ का ये युवक, आर्य समाज ने कराई घर वापसी

एक और टीम ने गैंग के सरगना महफुजूर रहमान को भी गिरफ्तार किया है. उन्होंने बताया इन सबके पास से फर्जी सिमकार्ड, फर्जी पासपोर्ट और अन्य कागजात मिले हैं. ये लोग असली नाम छिपाकर हिंदू नामों से दस्तावेज बनवाते थे. फिर भारत लाकर विदेश भेजे जाते थे. इसके बदले इनसे लाखों रुपये भी लिए जाते थे. उन्होंने बताया कि एटीएस की फील्ड यूनिट कानपुर व मुख्यालय की एक टीम ने आठ लोगों को कानपुर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया, तो वहीं मुख्य आरोपी को कोलकाता से गिरफ्तार किया है, जिसे लखनऊ लाया जा रहा है. इस पूरे मामले में अब तक 18 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं.


इन 9 लोगों को किया गया गिरफ्तार

आईजी एटीएस ने बताया कि जिन लोगों की गिरफ्तारी हुई है, उनमें महफुजूर रहमान, असिदुल इस्लाम उर्फ विजयदास, हुसैन उर्फ मानिक दत्ता, अलअमीन उर्फ राजेश, जैबुल इस्लाम उर्फ गोविंदा, जमील अहमद उर्फ पलाश, राजिब हुसैन उर्फ अजीत दास, सखावत खान उर्फ गोलक और अलाउद्दीन तारिक उर्फ रिंकू विश्वास शामिल हैं.


ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

Last Updated : Dec 13, 2021, 7:38 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.