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यूपी बजट सत्र : अखिलेश यादव बोले- मौजूदा सरकार ने पैदा किया है असुरक्षा का माहौल - यूपी विधानसभा के बजट सत्र 2022

यूपी बजट सत्र की कार्यवाही
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Published : May 25, 2022, 9:30 AM IST

Updated : May 25, 2022, 5:10 PM IST

06:39 May 25

लखनऊ: बुधवार को यूपी विधानसभा के बजट सत्र में तीसरे दिन की कार्यवाही हुई. सदन की कार्यवाही शुरू होने के दौरान कई बार सपा विधायकों की सीट बदली गई. बता दें कि मंगलवार को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी प्रमुख शिवपाल यादव ने विधानसभा अध्यक्ष को चिट्ठी लिखकर वरिष्ठता के आधार पर सीट अलॉट करने की मांग की थी.

सत्र की शुरुआत में सपा विधायक ने कोरोना के दौरान प्रतिष्ठानों के बिजली बिलों की माफी को लेकर सवाल किए. वहीं, कोरोना के समय विदेशी फ्लाइटों को समय पर न रोंके जाने पर भी सवाल उठाया. कार्यवाही के दौरान राज्य के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने सपा के बिजली मामले को लेकर उठाए गए सवालों का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि योगी सरकार के पिछले पांच सालों के कार्यकाल में बिजली के क्षेत्र में शानदार काम हुआ है.

वहीं, विपक्ष के विधायकों ने किसानों को आ रही बिजली की समस्या पर भी सवाल पूछे हैं. वहीं सदन के नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने तीसरे दिन भी सरकार को कानून व्यवस्था के मुद्दे पर घेरा. उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार विकास नहीं, बल्कि सांप्रदायिकता को आगे बढ़ा रही है. सदन की कार्यवाही के दौरान मंगलवार को भी सीएम योगी और अखिलेश यादव में टकराव हुआ था.

अखिलेश यादव ने इन्वेस्टमेंट पॉलिसी पर उठाए सवाल
सदन के नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने सदन में चर्चा के दौरान सरकार से सवाल पूछा कि प्रदेश में इनवेस्टमेंट को लेकर कई समिट हुए, लेकिन उससे कितना निवेश आया, सरकार को ये बताना चाहिए. वहीं, उन्होंने कहा कि वर्तामान सरकार ने एक भी मेगावाट बिजली नहीं बनाई है.

अखिलेश यादव और डिप्टी सीएम में हुई नोंकझोंक, सीएम योगी ने दिया जवाब
विधानसभा की कार्यवाही के दौरान सदन के नेता प्रतिपक्ष व सपा मुखिया अखिलेश यादव व डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की तीखी नोंकझोंक हुई. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और अखिलेश यादव की नोंकझोंक के बाद सीएम योगी ने अखिलेश यादव को जवाब दिया. सीएम योगी आदित्यनाथ ने सदन में कहा कि नेता प्रतिपक्ष अखिलेश को एक घंटे तक सदन पूरी शांति से सुनता रहा.

इस सदन में सरकार के उप मुख्यमंत्री बात को रख रहे है, तो ये रनिंग कमेंट्री का क्या मतलब ? उन्होंने कहा कि एक सम्मानित नेता के प्रति इस तरह की टिप्पणी सही नहीं है. सरकार विकास कार्य करवाती है, उसे उस उपलब्धि को कहने में कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए. उप मुख्यमंत्री के प्रति इस तरह की भाषा सदन की गरिमापूर्ण नहीं होती है. उन्होंने कहा कि सदन के नेता जिस तरह से आचरण करेंगे, इसका जवाब मिलना तय है.

सहमति असहमति हो सकती है, लेकिन कोई भी असभ्य भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिए. यदि सदन में कोई सदस्य बोल रहा है, खासकर उप मुख्यमंत्री बोल रहा है, तो बीच मे रनिंग कमेंट्री करना उचित नहीं है. सीएम योगी ने कहा कि सहमति असहमति लोकतंत्र की ताकत है. पूरे भाषण को हमने सुना, लेकिन सरकार के वरिष्ठतम नेता के लिए शालीनता का आचरण होना चाहिए. नेता प्रतिपक्ष की भी बहुत सारी बातें जिस पर हम आपत्ति सकते हैं, लेकिन इस सदन की गरिमा को हमने बरकरार रखा. यह आचरण सदन की कार्यवाही का हिस्सा नहीं हो सकता.

अखिलेश यादव बोले- मौजूदा सरकार ने पैदा किया है, असुरक्षा का माहौल

सदन की कार्यवाही में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि मौजूदा सरकार आज के इतिहास में सबसे विफल सरकार है. अराजकता और असुरक्षा का माहौल इसी सरकार ने पैदा किया है. वैमनस्यता व भ्रष्टाचार को बढ़ाने वाली और विकास को रोकने वाली यह सरकार है. उन्होंने कहा कि कोई बड़ा निवेश अब तक यूपी में नहीं आया है. यूपी शिक्षा के सूचकांक में नीचले स्तर से चौथा स्थान पर है.

यह नीति आयोग का आंकड़ा है. इसके अलावा स्वास्थ्य सूचकांक में भी यूपी सबसे निचले पायदान पर है. देश के गरीबी वाले राज्यों में भी उत्तर प्रदेश आ रहा है. मिड डे मील के घोटालों में यूपी सबसे आगे है. अखिलेश यादव ने कहा कि भुखमरी और फेक एनकाउंटर के मामले में भी यूपी सबसे आगे है. महिला अपराध और साइबर क्राइम में भी यूपी सबसे आगे है.

लखनऊ मेट्रो का मुद्दा बनाकर अखिलेश यादव ने सरकार को घेरा. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि लखनऊ मेट्रो सपा सरकार ने बनाई है, उसका उद्घाटन दूसरी सरकार ने किया है. सपा ने कामधेनु डेयरी योजना चलाई, जो अब बंद होने की कगार पर है. उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे समाजवादी सरकार का प्रोजेक्ट था. समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का नाम बदलकर पूर्वांचल एक्सप्रेस कर दिया गया.

इसे पढ़ें- "तुम अपने पिताजी के पैसे से काम करा रहे हो"अखिलेश यादव केशव मौर्य भिड़े

06:39 May 25

लखनऊ: बुधवार को यूपी विधानसभा के बजट सत्र में तीसरे दिन की कार्यवाही हुई. सदन की कार्यवाही शुरू होने के दौरान कई बार सपा विधायकों की सीट बदली गई. बता दें कि मंगलवार को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी प्रमुख शिवपाल यादव ने विधानसभा अध्यक्ष को चिट्ठी लिखकर वरिष्ठता के आधार पर सीट अलॉट करने की मांग की थी.

सत्र की शुरुआत में सपा विधायक ने कोरोना के दौरान प्रतिष्ठानों के बिजली बिलों की माफी को लेकर सवाल किए. वहीं, कोरोना के समय विदेशी फ्लाइटों को समय पर न रोंके जाने पर भी सवाल उठाया. कार्यवाही के दौरान राज्य के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने सपा के बिजली मामले को लेकर उठाए गए सवालों का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि योगी सरकार के पिछले पांच सालों के कार्यकाल में बिजली के क्षेत्र में शानदार काम हुआ है.

वहीं, विपक्ष के विधायकों ने किसानों को आ रही बिजली की समस्या पर भी सवाल पूछे हैं. वहीं सदन के नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने तीसरे दिन भी सरकार को कानून व्यवस्था के मुद्दे पर घेरा. उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार विकास नहीं, बल्कि सांप्रदायिकता को आगे बढ़ा रही है. सदन की कार्यवाही के दौरान मंगलवार को भी सीएम योगी और अखिलेश यादव में टकराव हुआ था.

अखिलेश यादव ने इन्वेस्टमेंट पॉलिसी पर उठाए सवाल
सदन के नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने सदन में चर्चा के दौरान सरकार से सवाल पूछा कि प्रदेश में इनवेस्टमेंट को लेकर कई समिट हुए, लेकिन उससे कितना निवेश आया, सरकार को ये बताना चाहिए. वहीं, उन्होंने कहा कि वर्तामान सरकार ने एक भी मेगावाट बिजली नहीं बनाई है.

अखिलेश यादव और डिप्टी सीएम में हुई नोंकझोंक, सीएम योगी ने दिया जवाब
विधानसभा की कार्यवाही के दौरान सदन के नेता प्रतिपक्ष व सपा मुखिया अखिलेश यादव व डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की तीखी नोंकझोंक हुई. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और अखिलेश यादव की नोंकझोंक के बाद सीएम योगी ने अखिलेश यादव को जवाब दिया. सीएम योगी आदित्यनाथ ने सदन में कहा कि नेता प्रतिपक्ष अखिलेश को एक घंटे तक सदन पूरी शांति से सुनता रहा.

इस सदन में सरकार के उप मुख्यमंत्री बात को रख रहे है, तो ये रनिंग कमेंट्री का क्या मतलब ? उन्होंने कहा कि एक सम्मानित नेता के प्रति इस तरह की टिप्पणी सही नहीं है. सरकार विकास कार्य करवाती है, उसे उस उपलब्धि को कहने में कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए. उप मुख्यमंत्री के प्रति इस तरह की भाषा सदन की गरिमापूर्ण नहीं होती है. उन्होंने कहा कि सदन के नेता जिस तरह से आचरण करेंगे, इसका जवाब मिलना तय है.

सहमति असहमति हो सकती है, लेकिन कोई भी असभ्य भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिए. यदि सदन में कोई सदस्य बोल रहा है, खासकर उप मुख्यमंत्री बोल रहा है, तो बीच मे रनिंग कमेंट्री करना उचित नहीं है. सीएम योगी ने कहा कि सहमति असहमति लोकतंत्र की ताकत है. पूरे भाषण को हमने सुना, लेकिन सरकार के वरिष्ठतम नेता के लिए शालीनता का आचरण होना चाहिए. नेता प्रतिपक्ष की भी बहुत सारी बातें जिस पर हम आपत्ति सकते हैं, लेकिन इस सदन की गरिमा को हमने बरकरार रखा. यह आचरण सदन की कार्यवाही का हिस्सा नहीं हो सकता.

अखिलेश यादव बोले- मौजूदा सरकार ने पैदा किया है, असुरक्षा का माहौल

सदन की कार्यवाही में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि मौजूदा सरकार आज के इतिहास में सबसे विफल सरकार है. अराजकता और असुरक्षा का माहौल इसी सरकार ने पैदा किया है. वैमनस्यता व भ्रष्टाचार को बढ़ाने वाली और विकास को रोकने वाली यह सरकार है. उन्होंने कहा कि कोई बड़ा निवेश अब तक यूपी में नहीं आया है. यूपी शिक्षा के सूचकांक में नीचले स्तर से चौथा स्थान पर है.

यह नीति आयोग का आंकड़ा है. इसके अलावा स्वास्थ्य सूचकांक में भी यूपी सबसे निचले पायदान पर है. देश के गरीबी वाले राज्यों में भी उत्तर प्रदेश आ रहा है. मिड डे मील के घोटालों में यूपी सबसे आगे है. अखिलेश यादव ने कहा कि भुखमरी और फेक एनकाउंटर के मामले में भी यूपी सबसे आगे है. महिला अपराध और साइबर क्राइम में भी यूपी सबसे आगे है.

लखनऊ मेट्रो का मुद्दा बनाकर अखिलेश यादव ने सरकार को घेरा. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि लखनऊ मेट्रो सपा सरकार ने बनाई है, उसका उद्घाटन दूसरी सरकार ने किया है. सपा ने कामधेनु डेयरी योजना चलाई, जो अब बंद होने की कगार पर है. उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे समाजवादी सरकार का प्रोजेक्ट था. समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का नाम बदलकर पूर्वांचल एक्सप्रेस कर दिया गया.

इसे पढ़ें- "तुम अपने पिताजी के पैसे से काम करा रहे हो"अखिलेश यादव केशव मौर्य भिड़े

Last Updated : May 25, 2022, 5:10 PM IST
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