लखनऊ : वरिष्ठ आईएएस अधिकारी डॉ. रोशन जैकब और माला श्रीवास्तव मिलकर उत्तर प्रदेश में खनन माफिया की कमर तोड़ देंगी. जिसको लेकर दोनों महिला अधिकारी विभाग में जबरदस्त रणनीति बना रही हैं. कुछ समय पहले डॉ. रोशन जैकब से निदेशक खनन एवं भूतत्व विभाग का काम ले लिया गया था. इसके बावजूद वह सचिव खनन विभाग के पद पर अभी भी तैनात हैं. दूसरी और निर्देशक खनन विभाग का काम वरिष्ठ आईएएस अधिकारी माला श्रीवास्तव को दे दिया गया है. ऐसे में खनन माफिया के खिलाफ डॉ. रोशन जैकब की सख्ती की रणनीति में अब माला श्रीवास्तव का भी अनुभव शामिल हो रहा है. दोनों वरिष्ठ महिला अवसर मिलकर उत्तर प्रदेश में खनन माफिया के खिलाफ और बड़ा अभियान चलाने जा रही हैं.
कुछ समय पहले उत्तर प्रदेश में सरकार की विश्वस्त आईएएस अफसर डॉ. रोशन जैकब का काम सरकार ने कम कर दिया था. नियुक्ति विभाग की ओर से जारी आदेश में उनसे निदेशक खनन विभाग का काम वापस ले लिया गया था. इसके अलावा सात अन्य आईएएस अफसरों का ट्रांसफर कर दिया गया था. वहीं, चार जिलों में जिलाधिकारी बदल दिए गए थे. रायबरेली, कासगंज, प्रतापगढ़ और सिद्धार्थनगर को नए डीएम मिले हैं. प्रतापगढ़ के वर्तमान जिलाधिकारी प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव पर गाज गिरी थी. उनको प्रतीक्षारत कर दिया गया था.
माला श्रीवास्तव को निदेशक भूतत्त्व एवं खनिकर्म का कार्यभार सौंपा गया था. हर्षित माथुर को कासगंज जिलाधिकारी से अब रायबरेली जिलाधिकारी का कार्यभार सौपा गया था. सुधा वर्मा जो अब तक संयुक्त राज्य निर्वाचन आयुक्त थीं, इनको जिलाधिकारी कासगंज बनाया गया था. पवन अग्रवाल जो अब तक मुख्य कार्यपालक अधिकारी गोरखपुर औद्योगिक विकास कार्यक्रम थे, उनको जिलाधिकारी सिद्धार्थ नगर बनाया गया था. अनुज मलिक जो अब तक संभागीय खाद्य नियंत्रक गोरखपुर थे, उनको मुख्य कार्यपालक अधिकारी गोरखपुर औद्योगिक विकास कार्यक्रम बनाया गया था डॉक्टर रोशन जैकब को अब केवल मंडल आयुक्त लखनऊ का ही कार्यभार दिया गया है. खनन विभाग का काम उनसे वापस ले लिया गया था.
यह भी पढ़ें : ग्रेटर नोएडा: नॉलेज पार्क पुलिस ने की खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई
लखनऊ: खनन माफिया के खिलाफ एक्शन में प्रशासन, बड़े पैमाने पर पकड़ा गया अवैध खनन