लखनऊ: राजधानी के डॉ. राम मनोहर लोहिया संस्थान में कर्मी को इलाज न देने के मामले में दो रेजीडेंट डॉक्टरों को निलंबित कर दिया गया है. लोहिया संस्थान मे प्रकरण की जांच कर रही कमेटी ने प्रथम दृष्टया ड्यूटी पर तैनात दोनों रेजीडेंट डॉक्टरों को दोषी पाया है. हालांकि कमेटी की विस्तृत जांच रिपोर्ट आना अभी बाकी है. बताया जा रहा है कि आगे की जांच में अन्य दोषी मिलने पर उन पर भी कार्रवाई होगी.
क्या है पूरा मामला
डॉ. राम मनोहर लोहिया संस्थान के एक्स-रे टेक्नीशियन अनुराग सिंह गत 5 अक्टूबर को सडक़ हादसे में गंभीर रूप से चोटिल हो गए थे. प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें घर भेज दिया गया था. इसके बाद 13 अक्टूबर को उनकी तबीयत बिगडने पर परिजन उन्हें दोबारा लोहिया संस्थान ले गए. आरोप है कि संस्थान की इरमजेंसी में अनुराग को डॉक्टरों ने भर्ती नहीं किया. हालत बिगडने पर परिजन उन्हें निजी अस्तपाल ले गए, जहां उनकी मौत हो गई थी.
सहयोगी की मौत से नाराज संस्थान के कर्मचारियों ने उच्च अधिकारियों से शिकायत कर जांच व कार्रवाई की मांग की. दो दिन बाद 15 अक्टूबर को सीएमएस डॉ. राजन भटनागर ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की थी.
डॉ. राजन ने बताया कि कमेटी ने अपनी प्राथमिक रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें दो रेजीडेंट को निलंबित किया गया, जिसमें एक ईएमओ के पद पर तैनात था. विस्तृत जांच रिपोर्ट में यदि अन्य कोई दोषी होगा तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी.