लखनऊः उत्तर प्रदेश में 525 करोड़ रुपए के निवेश से दो फूड प्रोसेसिंग उद्योग लगाए जाएंगे. उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास विभाग की तरफ से इन दोनों उद्योगों को लगाए जाने की मंजूरी प्रदान कर दी गई है. इनमें एक फूड प्रोसेसिंग यूनिट शाहजहांपुर में 325 करोड़ रुपए की लागत से लगाई जाएगी. फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने का प्रस्ताव कृषक भारती कॉरपोरेशन लिमिटेड की तरफ से सरकार को दिया गया था, जिसे मंजूरी प्रदान कर दी गई है. वहीं, औद्योगिक विकास विभाग ने ग्रेटर नोएडा में विदेशी कंपनी लुलु ग्रुप की तरफ से 200 करोड़ रुपए की लागत से फूड प्रोसेसिंग उद्योग लगाने के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान कर दी है. दोनों फूड प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित होने के बाद से किसानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य मिल सकेगा.
स्थानीय स्तर पर किसानों के उत्पादों को मिलेगा बेहतर मूल्य
स्थानीय स्तर पर टमाटर, आलू, आम व अन्य उत्पादों का बेहतर मूल्य किसानों को मिल सकेगा. किसानों का यह उत्पाद स्थानीय स्तर पर ही इन स्थापित हो रहे उद्योगों के लिए खरीदा जा सकेगा. इन दोनों परियोजनाओं को रफ्तार देने का काम यूपीसीडा विभाग की तरफ से किया जा रहा है. इन दोनों उद्योगों को लगाए जाने से करीब 5000 लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा.
सालभर में शुरू हो जाएंगे दोनों उद्योग
उत्तर प्रदेश स्थापना व औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टंडन ने बताया कि फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में ग्रेटर नोएडा व शाहजहांपुर में दो बड़ी कंपनियों की तरफ से अपनी यूनिट लगाई जाएंगी. इसके जरिए फल, सब्जी, ड्राई फ्रूट को प्रोसेस कर नए उत्पाद बनाकर निर्यात को बढ़ावा दिया जाएगा. उम्मीद है कि सालभर में यह दोनों उद्योग शुरू हो जाएंगे. सरकार की तरफ से इन उद्योगों को लगाने के लिए जमीन की व्यवस्था की जा चुकी है.