लखनऊ: माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से प्रदेश भर में संचालित हाईस्कूल व इंटरमीडिएट विद्यालयों में शैक्षिक गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए एक बड़ा लक्ष्य निर्धारित किया है. ऐसे में अहम विषयों पर फोकस करने के लिए राज्य शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) एक नई पहल की शुरुआत की है. एससीईआरटी की ओर से दो दिवसीय कार्यशाला लखनऊ में आयोजित किया गया. जिसमें प्रदेश के बेसिक शिक्षा व माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने पूरे प्रदेश के जिला विद्यालय निरीक्षक को एवं शिक्षकों को दिशा निर्देश दिए. कार्यशाला में विज्ञान, गणित व अंग्रेजी विषय के शिक्षक जो स्टेट रिसोर्ट ग्रुप (एसआरजी) में शामिल किया गया. कार्यशाला का उद्घाटन विशेष सचिव जीएस नवीन, निदेशक माध्यमिक शिक्षा महेंद्र देव व एससीईआरटी के डायरेक्टर डॉ. अंजना गोयल ने किया.
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी वर्चुअल माध्यम से शामिल हुईं. उन्होंने कार्यशाला में उपस्थित सभी अधिकारियों, शिक्षकों व प्रशिक्षण देने वाले परीक्षकों का स्वागत करते हुए कहा कि आज इस कार्यालय से शिक्षक जो कुछ भी लिख कर जाएंगे, वह न केवल उनके गुणवत्ता को सुधारने में मदद करेगा, बल्कि इससे उनके विद्यालय की गुणवत्ता में भी सुधार आएगा. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था में बड़ा बदलाव लाने की कोशिश कर रही है. इसी कड़ी में हमारी सरकार की ओर से यूपी बोर्ड में एनसीईआरटी का सिलेबस लागू किया गया.
ताकि हमारे स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे देश के अन्य बोर्ड के बच्चों से मुकाबला कर सके. इसी कड़ी में हमारे विभाग ने तय किया कि शिक्षकों को एनसीईआरटी के सिलेबस पढ़ाने का प्रशिक्षण भी कराया जाए. इसके लिए इस दो दिवसीय कार्यशाला में एनसीईआरटी के परीक्षकों की निगरानी में शिक्षकों को विशेष प्रकार का प्रशिक्षण दिया जाएगा. प्रशिक्षण पाने के बाद यह एसआरजी शिक्षक अपने-अपने जनपदों में गणित, विज्ञान व अंग्रेजी विषयों के प्रभावी शिक्षण को अमल में लाने के लिए अन्य शिक्षक-शिक्षिकाओं को प्रभावी शिक्षण का हुनर सिखाएंगे.