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लखनऊ में कोरोना के दो सक्रिय मरीज बचे, सीएमओ ने कहा बढ़ाया जा रहा जांच का दायरा - लखनऊ में कोरोना

कोरोना वायरस से निपटने के लिए लखनऊ के सीएमओ डॉ मनोज अग्रवाल ने जांच का दायरा बढ़ाने की बात कही है. सीएमओ के अनुसार फिलहाल लखनऊ में कोरोना के दो सक्रिय मरीज हैं. जिनके स्वास्थ्य में सुधार है और बीमारी नियंत्रण में हैं.

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Published : Dec 26, 2022, 8:54 AM IST

लखनऊ : कोरोना वायरस (corona virus) ने चीन, जापान समेत अन्य देशों में भले ही कहर बरपा रखा हो, लेकिन लखनऊ में अभी राहत है. रविवार को कोई नया मरीज कोरोना की चपेट में नहीं आया है. लगभग 1000 लोगों ने कोरोना वायरस के शक में जांच कराई थी. सीएमओ डॉ मनोज अग्रवाल (CMO Dr Manoj Agarwal) ने बताया कि कोरोना वायरस (corona virus) की जांच बढ़ा दी गई है. पिछले सप्ताह 500 से 800 लोगों की जांच हो रही थी. अब यह संख्या 1000 तक पहुंच गई है. धीरे-धीरे जांच का दायरा बढ़ाया जा रहा है. मौजूदा समय में सिर्फ दो कोरोना के सक्रिय मरीज हैं. इनके संपर्क में आने वालों की कोरोना जांच कराई गई थी. सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है.

लोगों की जांच करते स्वास्थ्य कर्मचारी.
लोगों की जांच करते स्वास्थ्य कर्मचारी.

फाइलेरिया नेटवर्क के सदस्यों ने की दवा खाने की अपील : अटल स्वास्थ्य मेला में जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम की भी स्टाल लगी. स्टाल पर फाइलेरिया नेटवर्क सदस्य मालती देवी ने मेले में आने वाले लोगों को आप बीती सुनाई. सदस्यों ने बताया कि आप हमारी तरह दवा खाने में कतई लापरवाही मत करिए. हर वर्ष चलने वाले एमडीए-आईडीए राउन्ड के दौरान फाइलेरिया की दवा जरूर खाइए. लगातार पांच साल तक साल में एक बार दवा खाने के बाद ही आप इस बीमारी से बचे रह सकते हैं.

ज़िला मलेरिया अधिकारी (District Malaria Officer) और नेटवर्क सदस्यों ने समझाया अगर आप में फाइलेरिया के लक्षण नहीं दिखे तो भी दवा अवश्य खाएं. यह बीमारी शुरू में तो नहीं पता चलती है, क्योंकि इसके लक्षण आने में ही 10-15 साल लग जाते हैं और यह बीमारी विकलांग तक बना सकती है. नेटवर्क के सदस्यों ने फरवरी में शुरू होने वाले आईडीए अभियान (IDA Campaign) के तहत फाइलेरिया की दवा (filariasis medicine) का सेवन करने की अपील की है. साथ ही रोगियों को देखभाल के तरीके बताए जाएंगे.

यह भी पढ़ें : मेडिकल स्टोरों पर कार्रवाई से संचालकों में हड़कंप, जानिए कहां पहुंची थी खाद्य एवं औषधि विभाग की टीम

लखनऊ : कोरोना वायरस (corona virus) ने चीन, जापान समेत अन्य देशों में भले ही कहर बरपा रखा हो, लेकिन लखनऊ में अभी राहत है. रविवार को कोई नया मरीज कोरोना की चपेट में नहीं आया है. लगभग 1000 लोगों ने कोरोना वायरस के शक में जांच कराई थी. सीएमओ डॉ मनोज अग्रवाल (CMO Dr Manoj Agarwal) ने बताया कि कोरोना वायरस (corona virus) की जांच बढ़ा दी गई है. पिछले सप्ताह 500 से 800 लोगों की जांच हो रही थी. अब यह संख्या 1000 तक पहुंच गई है. धीरे-धीरे जांच का दायरा बढ़ाया जा रहा है. मौजूदा समय में सिर्फ दो कोरोना के सक्रिय मरीज हैं. इनके संपर्क में आने वालों की कोरोना जांच कराई गई थी. सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है.

लोगों की जांच करते स्वास्थ्य कर्मचारी.
लोगों की जांच करते स्वास्थ्य कर्मचारी.

फाइलेरिया नेटवर्क के सदस्यों ने की दवा खाने की अपील : अटल स्वास्थ्य मेला में जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम की भी स्टाल लगी. स्टाल पर फाइलेरिया नेटवर्क सदस्य मालती देवी ने मेले में आने वाले लोगों को आप बीती सुनाई. सदस्यों ने बताया कि आप हमारी तरह दवा खाने में कतई लापरवाही मत करिए. हर वर्ष चलने वाले एमडीए-आईडीए राउन्ड के दौरान फाइलेरिया की दवा जरूर खाइए. लगातार पांच साल तक साल में एक बार दवा खाने के बाद ही आप इस बीमारी से बचे रह सकते हैं.

ज़िला मलेरिया अधिकारी (District Malaria Officer) और नेटवर्क सदस्यों ने समझाया अगर आप में फाइलेरिया के लक्षण नहीं दिखे तो भी दवा अवश्य खाएं. यह बीमारी शुरू में तो नहीं पता चलती है, क्योंकि इसके लक्षण आने में ही 10-15 साल लग जाते हैं और यह बीमारी विकलांग तक बना सकती है. नेटवर्क के सदस्यों ने फरवरी में शुरू होने वाले आईडीए अभियान (IDA Campaign) के तहत फाइलेरिया की दवा (filariasis medicine) का सेवन करने की अपील की है. साथ ही रोगियों को देखभाल के तरीके बताए जाएंगे.

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