लखनऊ : समाजवादी पार्टी से एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामचरितमानस को लेकर की गई टिप्पणी के बाद विवाद बढ़ता जा रहा है. इस मामले में स्वामी प्रसाद मौर्या के खिलाफ हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है. दूसरी ओर राजधानी लखनऊ के पक्का पुल स्थित लेटे हुए हनुमान मंदिर के प्रशासनिक अधिकारियों ने स्वामी प्रसाद मौर्य पर प्रतिबंध लगाया है. मंदिर प्रशासन ने स्वामी प्रसाद मौर्या के मंदिर परिसर में आने पर प्रतिबंध लगा दिया है. वहीं स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने ट्वीट में कहा है कि 'पक्का पुल स्थित लेटे हनुमानजी मंदिर के पुजारियों द्वारा लगाया गया प्रतिबंध हास्यप्रद है. मैं अपने पूरे जीवन में इस मंदिर में कभी नहीं गया और अब भी नहीं जाऊंगा. जहां भेदभाव हो वहां जाने की जरूरत नहीं'.
स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा किए गए ट्वीट के बाद ईटीवी भारत ने मंदिर परिसर में पहुंचकर मंदिर के प्रशासनिक अधिकारी अजय मल्होत्रा से बातचीत की और उनसे पूछा कि आखिर उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्या का मंदिर परिसर में प्रवेश को प्रतिबंधित क्यों किया है. इस पर अजय ने बताया कि स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामचरितमानस को लेकर की गई टिप्पणी हिंदू समाज का अपमान है, इसलिए उन पर प्रतिबंध लगाया गया है. अजय ने बताया कि हम सभी जाति धर्म के लोगों को मंदिर में प्रवेश देते हैं. हमारे यहां प्रतिदिन प्रसाद वितरण होता है. जिसमें किसी के भी आगमन की मनाही नहीं है. हम बिना भेदभाव के सेवा करते हैं, हमारी नाराजगी सिर्फ उनसे है जो हमारे धर्म को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामचरितमानस को लेकर की गई टिप्पणी से नाराजगी है. इसके चलते उन्हें प्रतिबंधित किया गया है. हम नहीं चाहते कि इस तरह की बयानबाजी करने वाले लोग मंदिर परिसर में आएं.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने की थी टिप्पणी : पिछले दिनों समाजवादी पार्टी से एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस के एक प्रसंग पर टिप्पणी की थी. इसके बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने विरोध भी जताया. इसके चलते राजधानी लखनऊ के हजरतगंज थाने में स्वामी प्रसाद मौर्या के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. डीसीपी सेंट्रल अपर्णा कौशिक ने बताया कि शिवेंद्र मिश्रा की शिकायत पर स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है. आगे की कार्रवाई जांच के बाद की जाएगी.
यह भी पढ़ें : Building Collapsed in Lucknow : अपार्टमेंट हादसे में मृत परिजन का शव न देने पर प्रशासनिक अधिकारियों से नोकझोंक
Controversial Comment on Ramcharit Manas : सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य पर लेटे हुए हनुमान मंदिर प्रशासन ने लगाया बैन, जानिए क्या है मामला - रामचरित मानस पर विवादित टिप्पणी
समाजवादी पार्टी से एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य की रामचरित मानस पर टिप्पणी (Controversial Comment on Ramcharit Manas) करने को लेकर हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. इसके बाद अब राजधानी के पक्का पुल स्थित लेटे हुए हनुमान मंदिर परिसर में प्रवेश को लेकर बैनर लगाया गया है.
लखनऊ : समाजवादी पार्टी से एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामचरितमानस को लेकर की गई टिप्पणी के बाद विवाद बढ़ता जा रहा है. इस मामले में स्वामी प्रसाद मौर्या के खिलाफ हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है. दूसरी ओर राजधानी लखनऊ के पक्का पुल स्थित लेटे हुए हनुमान मंदिर के प्रशासनिक अधिकारियों ने स्वामी प्रसाद मौर्य पर प्रतिबंध लगाया है. मंदिर प्रशासन ने स्वामी प्रसाद मौर्या के मंदिर परिसर में आने पर प्रतिबंध लगा दिया है. वहीं स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने ट्वीट में कहा है कि 'पक्का पुल स्थित लेटे हनुमानजी मंदिर के पुजारियों द्वारा लगाया गया प्रतिबंध हास्यप्रद है. मैं अपने पूरे जीवन में इस मंदिर में कभी नहीं गया और अब भी नहीं जाऊंगा. जहां भेदभाव हो वहां जाने की जरूरत नहीं'.
स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा किए गए ट्वीट के बाद ईटीवी भारत ने मंदिर परिसर में पहुंचकर मंदिर के प्रशासनिक अधिकारी अजय मल्होत्रा से बातचीत की और उनसे पूछा कि आखिर उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्या का मंदिर परिसर में प्रवेश को प्रतिबंधित क्यों किया है. इस पर अजय ने बताया कि स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामचरितमानस को लेकर की गई टिप्पणी हिंदू समाज का अपमान है, इसलिए उन पर प्रतिबंध लगाया गया है. अजय ने बताया कि हम सभी जाति धर्म के लोगों को मंदिर में प्रवेश देते हैं. हमारे यहां प्रतिदिन प्रसाद वितरण होता है. जिसमें किसी के भी आगमन की मनाही नहीं है. हम बिना भेदभाव के सेवा करते हैं, हमारी नाराजगी सिर्फ उनसे है जो हमारे धर्म को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामचरितमानस को लेकर की गई टिप्पणी से नाराजगी है. इसके चलते उन्हें प्रतिबंधित किया गया है. हम नहीं चाहते कि इस तरह की बयानबाजी करने वाले लोग मंदिर परिसर में आएं.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने की थी टिप्पणी : पिछले दिनों समाजवादी पार्टी से एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस के एक प्रसंग पर टिप्पणी की थी. इसके बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने विरोध भी जताया. इसके चलते राजधानी लखनऊ के हजरतगंज थाने में स्वामी प्रसाद मौर्या के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. डीसीपी सेंट्रल अपर्णा कौशिक ने बताया कि शिवेंद्र मिश्रा की शिकायत पर स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है. आगे की कार्रवाई जांच के बाद की जाएगी.
यह भी पढ़ें : Building Collapsed in Lucknow : अपार्टमेंट हादसे में मृत परिजन का शव न देने पर प्रशासनिक अधिकारियों से नोकझोंक