लखनऊ: सूर्या कमान ने 1971 के युद्ध में भारतीय सशस्त्र बलों की जीत के उपलक्ष्य में गुरुवार को लखनऊ छावनी में सूर्या कमान युद्ध स्मारक 'स्मृतिका' में एक सिम्फनी बैंड कॉन्सर्ट का आयोजन किया. यह आयोजन 'विजय मशाल’ को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित किया गया था. 'विजय मशाल’ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 दिसंबर 2020 को नई दिल्ली में प्रज्वलित किया था. वर्तमान में यह 'विजय मशाल’ लखनऊ में है.
सीएम ने अर्पित की श्रद्धांजलि
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सूर्या कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल आईएस घुमन और अन्य वरिष्ठ सिविल और सैन्य गणमान्य व्यक्तियों ने सूर्या कमान युद्ध स्मारक 'स्मृतिका' पर 'विजय मशाल’ को श्रद्धांजलि अर्पित की. बीती 15 फरवरी को लखनऊ पहुंची 'विजय मशाल’ आने वाले दिनों में सूर्या कमान परिक्षेत्र के विभिन्न स्थानों का दौरा करेगी. अब तक कई स्थानों पर इस मशाल को प्रदर्शित किया जा चुका है. विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों में बीते बुधवार को विजय मशाल जुलूस का प्रदर्शन किया गया था.
दिया था अदम्य साहस का परिचय
बता दें कि 1971 के युद्ध में भारतीय जवानों ने अपने अदम्य साहस और पराक्रम का प्रदर्शन करते हुए विरोधी सेना को धूल चटा दी थी. ये भारत की बड़ी विजय थी. उस जीत को विजय मशाल के जरिए स्मरण किया जा रहा है.
1971 युद्ध स्वर्ण जयंती: सूर्या कमान युद्ध स्मारक पर विजय मशाल दी गई श्रद्धांजलि, सीएम योगी रहे मौजूद
राजधानी लखनऊ में 1971 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध की स्वर्ण जयंती के मौके पर सूर्या कमान युद्ध स्मारक 'स्मृतिका' पर शहीदों को 'विजय मशाल’ के जरिए श्रद्धांजलि दी गई. इस मौके पर प्रदेश के मुखिया सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे.
लखनऊ: सूर्या कमान ने 1971 के युद्ध में भारतीय सशस्त्र बलों की जीत के उपलक्ष्य में गुरुवार को लखनऊ छावनी में सूर्या कमान युद्ध स्मारक 'स्मृतिका' में एक सिम्फनी बैंड कॉन्सर्ट का आयोजन किया. यह आयोजन 'विजय मशाल’ को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित किया गया था. 'विजय मशाल’ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 दिसंबर 2020 को नई दिल्ली में प्रज्वलित किया था. वर्तमान में यह 'विजय मशाल’ लखनऊ में है.
सीएम ने अर्पित की श्रद्धांजलि
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सूर्या कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल आईएस घुमन और अन्य वरिष्ठ सिविल और सैन्य गणमान्य व्यक्तियों ने सूर्या कमान युद्ध स्मारक 'स्मृतिका' पर 'विजय मशाल’ को श्रद्धांजलि अर्पित की. बीती 15 फरवरी को लखनऊ पहुंची 'विजय मशाल’ आने वाले दिनों में सूर्या कमान परिक्षेत्र के विभिन्न स्थानों का दौरा करेगी. अब तक कई स्थानों पर इस मशाल को प्रदर्शित किया जा चुका है. विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों में बीते बुधवार को विजय मशाल जुलूस का प्रदर्शन किया गया था.
दिया था अदम्य साहस का परिचय
बता दें कि 1971 के युद्ध में भारतीय जवानों ने अपने अदम्य साहस और पराक्रम का प्रदर्शन करते हुए विरोधी सेना को धूल चटा दी थी. ये भारत की बड़ी विजय थी. उस जीत को विजय मशाल के जरिए स्मरण किया जा रहा है.