लखनऊ: राजधानी में केजीएमयू में आंतों की जांच और इलाज की सुविधा बढ़ाने की तैयारियां की जा रही हैं. इसके चलते गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी विभाग में सुविधाओं को बेहतर करने के लिए सरकार से चिकित्सकों की मांग की गई है. केजीएमयू में आंतों की जांच और इलाज की सुविधा बढ़ाने की तैयारी की जा रही है.
गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी विभाग में प्रतिदिन ओपीडी चलाने के लिए योजना बनाई गई है. इसके लिए शासन से चार वरिष्ठ चिकित्सक, नर्सिंग,पैरामेडिकल सहित 139 स्टाफ की मांग की गई है. शासन से हरी झंडी मिलते ही भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी.
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गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी विभाग कई सुविधाएं मौजूद
गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी विभाग की ओपीडी सिर्फ सोमवार और शुक्रवार को चलती है. इसके चलते 1 दिन में ओपीडी में करीब 500 से अधिक मरीज देखे जाते हैं. करीब इसके साथ इस विभाग में 40 बेड पर मरीज की भर्ती होती है, जहां दो हाईटेक एंडोस्कोपी यूनिट भी है. इसमें एंडोस्कोपी कोलोनोस्कोपी इंजेक्शन, इंडोस्कोपिक, अल्ट्रासाउंड, स्कैन सहित अन्य सुविधाएं भी हैं.
कतारों में लगकर ही वापस घर लौट जाते है मरीज
अस्पताल में डॉक्टरों की कमी के चलते कई बार मरीज कतारों में लगकर ही वापस घर लौट जाते हैं. इसकी वजह से मरीजों को बेहतर चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल पाती हैं.
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केजीएमयू में भी मिलेगी यह सुविधा
केजीएमयू में आंतों की दिक्कत वाले मरीजों को भर्ती करने में आसानी होगी. ओरल एंडोस्कोपी मायटॉमी तकनीकी से आहार नाल दुरुस्त कर आंतों में स्टंट लगाने की सुविधा मिलेगी. अभी यह सुविधा सिर्फ पीजीआई में है, और यह प्रस्ताव पास हो जाने के बाद ही केजीएमयू में भी यह सुविधा मिलने लगेगी.