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UP के सभी 75 जिलों में बिना लक्षण वाले मरीजों के लिए होटल में इलाज की व्यवस्था

यूपी में कोरोना के संक्रमण के मद्देनजर हर जिले में कोविड कमांड सेंटर बनाए जाएंगे. कोविड कमांड सेंटर में तैनात अधिकारी कोविड-19 और संचारी रोगों के प्रसार को रोकने के लिए चलाए जा रहे अभियान की मॉनिटरिंग करेंगे. इसके साथ ही सीएम योगी के निर्देश के अनुसार प्रदेश के सभी जिलों में बिना लक्षण वाले मरीजों के लिए होटल में इलाज की व्यवस्था की गई है.

बैठक
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Published : Jul 19, 2020, 5:14 PM IST

लखनऊ: यूपी में कोरोना का संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है. पिछले 24 घंटे में 2,250 नए संक्रमण के मामले सामने आए हैं. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि हर जिले में कोविड कमांड सेंटर बनाया जाए. प्रशासनिक अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, पुलिस अधिकारी, नगर विकास और पंचायती राज विभाग के अधिकारी उस कंट्रोल रूम से जुड़े होंगे. यह अधिकारी कोविड-19 और संचारी रोगों के प्रसार को रोकने के लिए चलाए जा रहे अभियान की मॉनिटरिंग करेंगे. इसके साथ ही बिना लक्षण वाले मरीजों को प्रतिदिन दो हजार रुपये तक शुल्क देकर होटल में रहकर इलाज कराने की व्यवस्था शुरू कर दी गयी है. अभी तक यह व्यवस्था लखनऊ और गाजियाबाद जिले में ही थी.

अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि बिना लक्षण वाले मरीजों के लिए लखनऊ और गाजियाबाद में एल-1 प्लस की सुविधा शुरू की गई थी. इसके तहत होटल्स में बिना लक्षण वाले मरीजों को रखने की व्यवस्था की गई है. होटल का प्रतिदिन का किराया अधिकतम दो हजार रुपये निर्धारित किया गया है. मरीज के इलाज के लिए सरकारी डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ व दवाइयों की व्यवस्था की जा रही है. इलाज के लिए मरीज को कोई भुगतान नहीं करना पड़ रहा है. सरकार ने यह व्यवस्था तमाम लोगों की मांग पर शुरू की है. वे लोग जो नि:शुल्क सुविधा चाह रहे हैं उनके लिए सरकार के पास पहले से व्यवस्था उपलब्ध है.

जिला प्रशासन चिह्नित करेगा होटल
दो शहरों के बाद अब अन्य शहरों से भी यह व्यवस्था शुरू किए जाने की मांग हो रही थी. इसको ध्यान में रखते हुए पूरे प्रदेश के सभी जिलों में यह सुविधा शुरू की जा रही है. इस संबंध में शासनादेश जारी कर दिया गया है. सभी जिलाधिकारी इसकी व्यवस्था देखेंगे. जिला प्रशासन होटल चिह्नित करेगा. एक दिन का किराया जिला प्रशासन की तरफ से बातचीत करके निर्धारित कराया जाएगा.

हर दिन हो रही मानक से ज्यादा टेस्टिंग
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 2250 नये प्रकरण सामने आए हैं. इस समय प्रदेश में कोरोना के 18 हजार 256 एक्टिव केस हैं. वहीं 29,839 कोरोना के मरीज इलाज के उपरांत ठीक हो चुके हैं. उत्तर प्रदेश में 1146 लोगों की कोरोना संक्रमण से मृत्यु हो चुकी है. कल प्रदेश में 44,123 सैंपल की जांच की गई है. यह जांच आरटीपीसीआर, एंटीजन किट और ट्रूनेट मशीन से की जा रही है. डब्ल्यूएचओ का मानक है कि प्रदेश में लगभग 32,000 जांच प्रतिदिन होनी चाहिए, लेकिन यूपी में प्रतिदिन मानक से कहीं ज्यादा टेस्ट हो रहे हैं. अब तक प्रदेश में 14,70,426 सैंपल की जांच की जा चुकी है.

एलर्ट जनरेट होने वाले लोगों को किया जा रहा सूचित
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि आरोग्य सेतु से जिन लोगों को एलर्ट जनरेट हुआ है, उनमें से अबतक 13,560 लोगों को फोन किया गया है. उन्हें सूचित किया गया है कि वे किसी कोरोना संक्रमित मरीज के संपर्क में आए हैं तो सजग हो जाएं. इन लोगों को जांच कराने के भी निर्देश दिए गए हैं. साथ ही कहा गया है कि ये लोग सेल्फ क्वारंटाइन में रहें.

सीएम योगी ने दिए निर्देश
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि सीएम योगी का निर्देश है कि कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए सभी डीएम, कप्तान, सीएमओ, मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल और नगर आयुक्त नियमित बैठक करेंगे. कार्य योजना बनाकर कार्य करने से कोरोना को रोका जा सकता है. मुख्यमंत्री का स्पष्ट निर्देश है कि अनलॉक व्यवस्था का कड़ाई से पालन कराया जाए. आवश्यकता पड़ने पर ही लोग घर से बाहर निकलें. बाहर निकलने पर मास्क अवश्य लगाएं. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. सभी जरूरतमंदों को खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाए. वे लोग जिनके पास राशन नहीं है, उनके राशन कार्ड तत्काल बनवा कर राशन उपलब्ध कराए जाए.

लखनऊ: यूपी में कोरोना का संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है. पिछले 24 घंटे में 2,250 नए संक्रमण के मामले सामने आए हैं. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि हर जिले में कोविड कमांड सेंटर बनाया जाए. प्रशासनिक अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, पुलिस अधिकारी, नगर विकास और पंचायती राज विभाग के अधिकारी उस कंट्रोल रूम से जुड़े होंगे. यह अधिकारी कोविड-19 और संचारी रोगों के प्रसार को रोकने के लिए चलाए जा रहे अभियान की मॉनिटरिंग करेंगे. इसके साथ ही बिना लक्षण वाले मरीजों को प्रतिदिन दो हजार रुपये तक शुल्क देकर होटल में रहकर इलाज कराने की व्यवस्था शुरू कर दी गयी है. अभी तक यह व्यवस्था लखनऊ और गाजियाबाद जिले में ही थी.

अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि बिना लक्षण वाले मरीजों के लिए लखनऊ और गाजियाबाद में एल-1 प्लस की सुविधा शुरू की गई थी. इसके तहत होटल्स में बिना लक्षण वाले मरीजों को रखने की व्यवस्था की गई है. होटल का प्रतिदिन का किराया अधिकतम दो हजार रुपये निर्धारित किया गया है. मरीज के इलाज के लिए सरकारी डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ व दवाइयों की व्यवस्था की जा रही है. इलाज के लिए मरीज को कोई भुगतान नहीं करना पड़ रहा है. सरकार ने यह व्यवस्था तमाम लोगों की मांग पर शुरू की है. वे लोग जो नि:शुल्क सुविधा चाह रहे हैं उनके लिए सरकार के पास पहले से व्यवस्था उपलब्ध है.

जिला प्रशासन चिह्नित करेगा होटल
दो शहरों के बाद अब अन्य शहरों से भी यह व्यवस्था शुरू किए जाने की मांग हो रही थी. इसको ध्यान में रखते हुए पूरे प्रदेश के सभी जिलों में यह सुविधा शुरू की जा रही है. इस संबंध में शासनादेश जारी कर दिया गया है. सभी जिलाधिकारी इसकी व्यवस्था देखेंगे. जिला प्रशासन होटल चिह्नित करेगा. एक दिन का किराया जिला प्रशासन की तरफ से बातचीत करके निर्धारित कराया जाएगा.

हर दिन हो रही मानक से ज्यादा टेस्टिंग
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 2250 नये प्रकरण सामने आए हैं. इस समय प्रदेश में कोरोना के 18 हजार 256 एक्टिव केस हैं. वहीं 29,839 कोरोना के मरीज इलाज के उपरांत ठीक हो चुके हैं. उत्तर प्रदेश में 1146 लोगों की कोरोना संक्रमण से मृत्यु हो चुकी है. कल प्रदेश में 44,123 सैंपल की जांच की गई है. यह जांच आरटीपीसीआर, एंटीजन किट और ट्रूनेट मशीन से की जा रही है. डब्ल्यूएचओ का मानक है कि प्रदेश में लगभग 32,000 जांच प्रतिदिन होनी चाहिए, लेकिन यूपी में प्रतिदिन मानक से कहीं ज्यादा टेस्ट हो रहे हैं. अब तक प्रदेश में 14,70,426 सैंपल की जांच की जा चुकी है.

एलर्ट जनरेट होने वाले लोगों को किया जा रहा सूचित
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि आरोग्य सेतु से जिन लोगों को एलर्ट जनरेट हुआ है, उनमें से अबतक 13,560 लोगों को फोन किया गया है. उन्हें सूचित किया गया है कि वे किसी कोरोना संक्रमित मरीज के संपर्क में आए हैं तो सजग हो जाएं. इन लोगों को जांच कराने के भी निर्देश दिए गए हैं. साथ ही कहा गया है कि ये लोग सेल्फ क्वारंटाइन में रहें.

सीएम योगी ने दिए निर्देश
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि सीएम योगी का निर्देश है कि कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए सभी डीएम, कप्तान, सीएमओ, मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल और नगर आयुक्त नियमित बैठक करेंगे. कार्य योजना बनाकर कार्य करने से कोरोना को रोका जा सकता है. मुख्यमंत्री का स्पष्ट निर्देश है कि अनलॉक व्यवस्था का कड़ाई से पालन कराया जाए. आवश्यकता पड़ने पर ही लोग घर से बाहर निकलें. बाहर निकलने पर मास्क अवश्य लगाएं. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. सभी जरूरतमंदों को खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाए. वे लोग जिनके पास राशन नहीं है, उनके राशन कार्ड तत्काल बनवा कर राशन उपलब्ध कराए जाए.

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