नोएडा: नए मोटर अधिनियम के विरोध में गुरुवार को दिल्ली और एनसीआर में ट्रांसपोर्ट की हड़ताल की गई. शहर के सभी 8 ट्रांसपोर्टर संगठन ने 550 के करीब ट्रांसपोर्टरों के 50 हजार व्यावसायिक वाहन को नोएडा की सड़कों पर नहीं उतारा. ट्रांसपोर्ट संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष चौधरी वेदपाल सिंह ने कहा कि इस हड़ताल के बाद भी यदि हमारी मांगों पर सकारात्मक विचार नहीं हुआ तो सरकार बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहे.
बता दें कि ट्रांसपोर्टर संगठनो की हड़ताल का असर नोएडा में सुबह से दिखने लगा था. जिसके कारण कई बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों और नामी स्कूलों में छुट्टी कर दी गई थी.
20 लोग गिरफ्तार
रोडवेज ने 25 अतिरिक्त बसों की व्यवस्था की थी, लेकिन वह नाकाफी साबित हुईं, रोडवेज और मेट्रो स्टेशनों के बाहर मुसाफिर बेहद परेशान रहे. इस बीच पुलिस ने हड़ताल की आड़ में उपद्रव कर रहे 20 लोगों को शांतिभंग की धारा में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
हड़ताल सौ प्रतिशत सफल रही
सेक्टर-69 स्थित नोएडा ट्रांसपोर्ट नगर में आयोजित सभा में नोएडा ट्रांसपोर्ट संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष चौधरी वेदपाल सिंह ने बताया कि उनकी हड़ताल सौ प्रतिशत सफल रही है. इसमें ट्रक, बस, डंफर, क्रेन, थ्री व्हीलर मालवाहक, सीएनजी थ्री व्हीलर, कैब एसोसिएशन के साथ ही स्कूल और औद्योगिक इकाइयों में लगी बसें भी शामिल रहीं. उन्होंने बताया कि हड़ताल के कारण 50 हजार से भी अधिक कामर्शियल वाहनों के पहिए थम गए.
संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष चौधरी वेदपाल सिंह ने कहा कि हमारा आंदोलन शांतिपूर्ण रहा. उन्होंने कहा कि ट्रांसपोर्टर पर थोपे गए 10 गुना जुर्माने से भारी रोष है. नियम की आड़ में सड़कों पर ट्रांसपोर्टरों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है. यह अन्याय है, इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.