लखनऊ: बलिया डिपो के एआरएम भवानी सिंह खंगारोत ने डीएम पर कालर पकड़कर घसीटे जाने का आरोप लगाया है और एमडी डॉ. राजशेखर को अपना इस्तीफा भेज दिया है. वहीं इस मामले पर प्रदेश के परिवहन मंत्री अशोक कटारिया ने कहा कि मामले की विभागीय जांच करा रहे हैं. एआरएम और डीएम दोनों के ही बयान मिल गए हैं. जांच में जो भी सामने आएगा कार्रवाई जरूर करेंगे.
एआरएम ने देर शाम एमडी को दिया अपना इस्तीफा
मंगलवार को बलिया डिपो के एआरएम ने देर शाम अपना इस्तीफा रोडवेज के एमडी डॉ. राजशेखर को भेज दिया था. भेजे गए पत्र में एआरएम बिंदु प्रसाद ने आरोप लगाया कि जिले में इन दिनों भीषण बाढ़ आई हुई है, जिससे जेलों में भी पानी भर गया है. ऐसे में कैदियों को शिफ्ट करने की कार्रवाई की जा रही है. बलिया से आजमगढ़ जेल में कैदियों की शिफ्टिंग के लिए जिलाधिकारी कार्यालय की तरफ से 15 रोडवेज बस मांगी गईं थी.
एआरएम बिंदु प्रसाद का कहना है कि वे समय पर बस लेकर ड्राइवर और कंडक्टर के साथ पहुंच गए थे और वहां पर व्यवस्था भी करा दी थी. इसके बाद वह वापस आए, लेकिन जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारोत सीधे दफ्तर पहुंचे और उन्होंने कॉलर पकड़कर घसीटते हुए मेरे साथ अभद्रता की है. इसलिए अब मेरा नौकरी करने का मन नहीं रह गया है. मैंने अपना इस्तीफा एमडी परिवहन निगम को भेज दिया है.
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डीएम ने दी सफाई
वह इस मामले पर डीएम भवानी सिंह खंगारोत ने सफाई दी थी कि जेल से कैदियों की शिफ्टिंग के लिए बसें मांगी गईं थी. इसके लिए कई बार एआरएम को फोन किया गया, लेकिन उन्होंने फोन ही नहीं उठाया, जो आरोप लगा रहे हैं वह सही नहीं हैं. वहीं दोनों ही अधिकारियों के बीच हुई घटना का संज्ञान परिवहन मंत्री अशोक कटारिया ने लिया है. उन्होंने दोनों अधिकारियों के बयान भी सुने हैं. अब विभागीय जांच कराई जा रही है. परिवहन मंत्री का साफ कहना है कि विभाग की जांच में जो भी जिम्मेदार होगा उस पर कार्रवाई करेंगे.