लखनऊ : परिवहन विभाग के अधिकारियों की तरफ से जारी निर्देश पर फील्ड के अधिकारी चेकिंग अभियान चला रहे हैं. इसका असर साफ तौर पर राजस्व वसूली के लिए निर्धारित लक्ष्य में नजर आ रहा है. लखनऊ जोन समेत प्रदेश भर के राजस्व वसूली के जो आंकड़े जारी हुए हैं उनमें लखनऊ जोन ने भी बेहतर प्रदर्शन किया है. परिवहन विभाग के तरफ से जारी आंकड़ों में लखनऊ जोन का प्रदेश में दूसरा स्थान आया है. उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने अधिकारियों को फील्ड में उतरकर काम में और तेजी लाने के निर्देश दिए हैं.
परिवहन विभाग की विज्ञप्ति के अनुसार उत्तर प्रदेश में हर माह की राजस्व वसूली में एक मार्च से 26 मार्च तक पूरे प्रदेश में मेरठ परिक्षेत्र 64.14 प्रतिशत की प्राप्ति के साथ पहले स्थान पर है. जबकि लखनऊ 39.19 प्रतिशत राजस्व वसूली के साथ प्रदेश में दूसरे स्थान पर है. संभाग की बात की जाए तो गाजियाबाद संभाग 77.99 प्रतिशत राजस्व प्राप्ति के साथ प्रथम स्थान पर है. सहारनपुर संभाग 46.03 प्रतिशत के साथ दूसरे और मेरठ संभाग 44.75 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर है. लखनऊ संभाग 41.28 प्रतिशत राजस्व प्राप्ति के साथ पांचवें स्थान पर है. अपर परिवहन आयुक्त निर्मल प्रसाद ने बताया कि जिलेवार राजस्व प्राप्ति को अगर देखा जाे तो गौतमबुद्ध नगर 118.40 प्रतिशत प्राप्ति के साथ पहले स्थान पर जबकि गाजियाबाद 60.66 प्रतिशत के साथ दूसरे और बुलंदशहर 54.04 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर है. लखनऊ की बात करें तो 47.12 प्रतिशत के साथ 10वें स्थान पर है.
अपर परिवहन आयुक्त निर्मल प्रसाद ने बताया कि परिवहन मंत्री ने विभाग को निर्देश दिए हैं कि लक्ष्य प्राप्ति में जो भी जनपद राज्य औसत से कम हैं. अपने कार्य में तेजी लाए. लक्ष्य प्राप्ति की दिशा में ठोस काम करें. अगली समीक्षा बैठक में ऐसे जनपद जहां पर राजस्व प्राप्ति लक्ष्य के अनुरूप कम होगी. अधिकारियों के खिलाफ एक्शन होगा. उन्होंने निर्देश दिए कि जनपदों में कार्यरत अधिकारी कार्यालयों से निकलकर क्षेत्र में जाएं.
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Transport Department UP : राजस्व वसूली में मेरठ जोन टॉप पर, लखनऊ नंबर टू
राजस्व वसूली के मामले में परिवहन विभाग के मेरठ जोन ने बाजी मार ली है. वहीं लखनऊ जोन नंबर दो पर है. परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने अधिकारियों को फील्ड में उतरकर काम में और तेजी लाने के निर्देश दिए हैं.
लखनऊ : परिवहन विभाग के अधिकारियों की तरफ से जारी निर्देश पर फील्ड के अधिकारी चेकिंग अभियान चला रहे हैं. इसका असर साफ तौर पर राजस्व वसूली के लिए निर्धारित लक्ष्य में नजर आ रहा है. लखनऊ जोन समेत प्रदेश भर के राजस्व वसूली के जो आंकड़े जारी हुए हैं उनमें लखनऊ जोन ने भी बेहतर प्रदर्शन किया है. परिवहन विभाग के तरफ से जारी आंकड़ों में लखनऊ जोन का प्रदेश में दूसरा स्थान आया है. उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने अधिकारियों को फील्ड में उतरकर काम में और तेजी लाने के निर्देश दिए हैं.
परिवहन विभाग की विज्ञप्ति के अनुसार उत्तर प्रदेश में हर माह की राजस्व वसूली में एक मार्च से 26 मार्च तक पूरे प्रदेश में मेरठ परिक्षेत्र 64.14 प्रतिशत की प्राप्ति के साथ पहले स्थान पर है. जबकि लखनऊ 39.19 प्रतिशत राजस्व वसूली के साथ प्रदेश में दूसरे स्थान पर है. संभाग की बात की जाए तो गाजियाबाद संभाग 77.99 प्रतिशत राजस्व प्राप्ति के साथ प्रथम स्थान पर है. सहारनपुर संभाग 46.03 प्रतिशत के साथ दूसरे और मेरठ संभाग 44.75 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर है. लखनऊ संभाग 41.28 प्रतिशत राजस्व प्राप्ति के साथ पांचवें स्थान पर है. अपर परिवहन आयुक्त निर्मल प्रसाद ने बताया कि जिलेवार राजस्व प्राप्ति को अगर देखा जाे तो गौतमबुद्ध नगर 118.40 प्रतिशत प्राप्ति के साथ पहले स्थान पर जबकि गाजियाबाद 60.66 प्रतिशत के साथ दूसरे और बुलंदशहर 54.04 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर है. लखनऊ की बात करें तो 47.12 प्रतिशत के साथ 10वें स्थान पर है.
अपर परिवहन आयुक्त निर्मल प्रसाद ने बताया कि परिवहन मंत्री ने विभाग को निर्देश दिए हैं कि लक्ष्य प्राप्ति में जो भी जनपद राज्य औसत से कम हैं. अपने कार्य में तेजी लाए. लक्ष्य प्राप्ति की दिशा में ठोस काम करें. अगली समीक्षा बैठक में ऐसे जनपद जहां पर राजस्व प्राप्ति लक्ष्य के अनुरूप कम होगी. अधिकारियों के खिलाफ एक्शन होगा. उन्होंने निर्देश दिए कि जनपदों में कार्यरत अधिकारी कार्यालयों से निकलकर क्षेत्र में जाएं.
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