लखनऊ : उत्तर प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में म्यूच्यूअल बेस पर ट्रांसफर के प्रस्ताव को शासन ने मंजूरी प्रदान कर दी है. अब जिले के अंदर शिक्षकों के तबादले व समायोजन के इंतजार कर रहे शिक्षकों के लिए राहत भरी खबर है. इस प्रस्ताव के अनुसार शिक्षकों को अब साल में दो बार तबादले का मौका मिलेगा. पहला मौका गर्मी की छुट्टियों में वह दूसरा मौका शीतकालीन सत्र दिया जाएगा. प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा दीपक कुमार ने इस संबंध में शुक्रवार को शासनादेश जारी कर दिया. यह तबादले म्यूच्यूअल बेसिस पर ही होंगे.
महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद में दिसंबर में ही जिले के अंदर शिक्षकों के तबादले करने के संबंध में प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेज दिया था. तबादलों के लिए सभी जिलों के डायट के प्रचार्य की अध्यक्षता में कमेटी बनेगी. जिसमें बेसिक शिक्षा अधिकारी इसके सदस्य सचिव होंगे और डीआईएसओ व लेखाधिकारी बेसिक सदस्य होंगे. तबादला नीति के अनुसार प्राथमिक के प्रधानाध्यापक प्राथमिक में प्रधानाध्यापक बन सकेंगे. प्राथमिक स्कूलों में विषयवार यानी गणित और विज्ञान के शिक्षकों के तबादले की बाध्यता नहीं होगी, लेकिन उच्च प्राथमिक विद्यालयों में इसका ध्यान रखा जाएगा. प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक को प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक बनाया जाएगा. उच्च प्राथमिक स्कूल में उसे सहायक अध्यापक बनाया जाएगा. इसी तरह प्राथमिक के सहायक अध्यापक को प्राथमिक में सहायक अध्यापक और उच्च प्राथमिक के सहायक अध्यापक को उच्च प्राथमिक में सहायक अध्यापक के पद पर स्थानांतरित किया जाएगा.
शिक्षकों के तबादले के ऑनलाइन आवेदन लिए जाएंगे पारस्परिक तबादलों के इच्छुक दोनों शिक्षकों के आवेदन पत्र संबंधित पात्रता व अपात्रता के संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी से सत्यापन के बाद ही बेसिक शिक्षा अधिकारी आगे बढ़ाएंगे. तबादला पाने वाले शिक्षकों को 7 कार्य दिवस में कार्यभार ग्रहण करना होगा. पारस्परिक तबादलों के लिए पूरे शैक्षिक सत्र ऑनलाइन आवेदन लिए जाएंगे. बीएसए कार्यालय में इसका प्रिंट 15 दिनों में प्रिंट जमा किया जाएगा. खंड शिक्षा अधिकारी से इसे 15 दिन में सत्यापन कराया जाएगा. एक माह के अंदर इन आवेदनों पर समिति तबादले का निर्णय लेगी. किसी भी प्रकार की आपत्ति 15 कार्य दिवस नहीं दूर की जाएगी.