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15 से शुरू होगा सखी का प्रशिक्षण, योगी ने जल्द तैनाती के दिए निर्देश - बीसी सखी की ब्राण्डिंग

प्रदेश के हर ग्राम पंचायत में बीसी सखी की तैनाती की जानी है. मुख्यमंत्री ने इनकी जल्द तैनाती के निर्देश दिए. 15 दिसंबर से प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत होगी. मुख्यमंत्री ने मंगलवार को यहां अपने सरकारी आवास पर बीसी सखी के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण देखा.

योगी आदित्यनाथ
योगी आदित्यनाथ
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Published : Dec 9, 2020, 1:28 AM IST

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीसी (बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंट) सखी के रूप में चयनित सभी अभ्यर्थियों को प्रशिक्षित कर जल्द उनकी तैनाती के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि बीसी सखी के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र में बैंकिंग सुविधाओं में इजाफा होने से ग्रामीण अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी. बीसी सखी के माध्यम से बड़े पैमाने पर महिलाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे. इससे महिला सशक्तीकरण की दिशा में राज्य सरकार के निरन्तर प्रयासों को नये आयाम मिलेंगे. ज्ञात हो कि प्रदेश में 58 हजार बीसी सखी का चयन किया गया है.

मुख्यमंत्री ने मंगलवार को यहां अपने सरकारी आवास पर बीसी सखी के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण देखा. प्रस्तुतीकरण अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह ने किया. उन्होंने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि चयनित बीसी सखी का प्रशिक्षण 15 दिसम्बर से शुरू किया जाएगा. बीसी सखी के चयन में स्वयं सहायता समूह की अध्यक्षा, समूह सखी, स्वयं सहायता समूह की सदस्य/पदाधिकारी को वरीयता प्रदान की गई. बीसी सखी के लिए प्रथम चरण में 56 हजार 875 आवेदक शाॅर्टलिस्ट किए गए हैं.

प्रत्येक ग्राम पंचायत से एक अभ्यर्थी

मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक अभ्यर्थी को शाॅर्टलिस्ट किया गया है, जिन्हें पहले प्रशिक्षण दिया जाएगा. प्रशिक्षण के उपरान्त सर्टिफिकेशन के लिए आईआईबीएफ द्वारा ऑनलाइन परीक्षा करायी जाएगी. परीक्षा उत्तीर्ण न कर पाने की स्थिति में वेटिंग लिस्ट की अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण पर भेजा जाएगा. सर्टिफिकेशन के बाद पुलिस वेरिफिकेशन किया जाएगा.

स्वयं सहायता समूह से ब्याज मुक्त ऋण

चयनित बीसी सखी को डेस्कटाॅप कम्प्यूटर/लैपटाॅप/पाॅश मशीन, कार्ड रीडर, फिंगर प्रिन्ट रीडर/इण्टीग्रेटेड इक्विपमेण्ट के लिए 50 हजार रुपये दिए जाएंगे. इक्विपमेण्ट की खरीद बीसी सखी स्वयं करेंगी. बीसी सखी के खाते में यह पैसा स्वयं सहायता समूह से ब्याज रहित ऋण के रूप में दिया जाएगा. बीसी सखी को छह माह तक चार हजार रुपये प्रति माह स्टाइपेण्ड दिया जाएगा.

ड्रेस का डिजाइन करेगा रायबरेली निफ्ट

इस अवसर पर बीसी सखी की ब्राण्डिंग के लिए यूनीफाॅर्म के निर्धारण के सम्बन्ध में निफ्ट, रायबरेली द्वारा भी एक प्रस्तुतीकरण किया गया. इस अवसर पर ग्राम्य विकास मंत्री राजेन्द्र प्रताप सिंह (मोती सिंह), कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई एवं सूचना नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीसी (बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंट) सखी के रूप में चयनित सभी अभ्यर्थियों को प्रशिक्षित कर जल्द उनकी तैनाती के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि बीसी सखी के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र में बैंकिंग सुविधाओं में इजाफा होने से ग्रामीण अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी. बीसी सखी के माध्यम से बड़े पैमाने पर महिलाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे. इससे महिला सशक्तीकरण की दिशा में राज्य सरकार के निरन्तर प्रयासों को नये आयाम मिलेंगे. ज्ञात हो कि प्रदेश में 58 हजार बीसी सखी का चयन किया गया है.

मुख्यमंत्री ने मंगलवार को यहां अपने सरकारी आवास पर बीसी सखी के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण देखा. प्रस्तुतीकरण अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह ने किया. उन्होंने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि चयनित बीसी सखी का प्रशिक्षण 15 दिसम्बर से शुरू किया जाएगा. बीसी सखी के चयन में स्वयं सहायता समूह की अध्यक्षा, समूह सखी, स्वयं सहायता समूह की सदस्य/पदाधिकारी को वरीयता प्रदान की गई. बीसी सखी के लिए प्रथम चरण में 56 हजार 875 आवेदक शाॅर्टलिस्ट किए गए हैं.

प्रत्येक ग्राम पंचायत से एक अभ्यर्थी

मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक अभ्यर्थी को शाॅर्टलिस्ट किया गया है, जिन्हें पहले प्रशिक्षण दिया जाएगा. प्रशिक्षण के उपरान्त सर्टिफिकेशन के लिए आईआईबीएफ द्वारा ऑनलाइन परीक्षा करायी जाएगी. परीक्षा उत्तीर्ण न कर पाने की स्थिति में वेटिंग लिस्ट की अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण पर भेजा जाएगा. सर्टिफिकेशन के बाद पुलिस वेरिफिकेशन किया जाएगा.

स्वयं सहायता समूह से ब्याज मुक्त ऋण

चयनित बीसी सखी को डेस्कटाॅप कम्प्यूटर/लैपटाॅप/पाॅश मशीन, कार्ड रीडर, फिंगर प्रिन्ट रीडर/इण्टीग्रेटेड इक्विपमेण्ट के लिए 50 हजार रुपये दिए जाएंगे. इक्विपमेण्ट की खरीद बीसी सखी स्वयं करेंगी. बीसी सखी के खाते में यह पैसा स्वयं सहायता समूह से ब्याज रहित ऋण के रूप में दिया जाएगा. बीसी सखी को छह माह तक चार हजार रुपये प्रति माह स्टाइपेण्ड दिया जाएगा.

ड्रेस का डिजाइन करेगा रायबरेली निफ्ट

इस अवसर पर बीसी सखी की ब्राण्डिंग के लिए यूनीफाॅर्म के निर्धारण के सम्बन्ध में निफ्ट, रायबरेली द्वारा भी एक प्रस्तुतीकरण किया गया. इस अवसर पर ग्राम्य विकास मंत्री राजेन्द्र प्रताप सिंह (मोती सिंह), कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई एवं सूचना नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.

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