लखनऊ: बिजली उपभोक्ताओं की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए उपकेंद्रों पर शिविर लगाया जाता है. इसी क्रम में शनिवार को भी तालकटोरा उपकेंद्र पर शिविर लगाया गया था. समस्याओं की शिकायत करने व्यापारी जब तालकटोरा उपकेंद्र पहुंचे तो उनको बिजली विभाग के अधिकारी नदारद मिले, जिसके बाद शिविर में खाली पड़ी कुर्सियों पर व्यापारी अधिकारी बनकर बैठ गए. व्यापारियों ने उपकेंद्र पर प्रदर्शन भी किया.
व्यापारियों ने सुनीं समस्याएं
इस दौरान उत्तर प्रदेश अपना व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष अनिल वर्मा ने कहा कि अधिकारियों द्वारा मीटर रीडिंग कराई नहीं जा रही है, जिसकी वजह से प्रोविजनल बिल बना दिया जाता है. फिर उसे सही कराने के लिए उपभोक्ताओं को विभाग के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं. संगठन के प्रदेश प्रवक्ता अजय यादव ने कहा कि उपभोक्ताओं की समस्याओं को हल करने के लिये शनिवार रविवार शिविर का आयोजन किया जा रहा है, लेकिन शिविर में न तो उपखंड अधिकारी और न ही जूनियर इंजीनियर मौजूद थे. मौके पर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष ने कई उपभोक्ताओं की समस्याएं सुनींं.
नहीं मिला रजिस्टर
संगठन के प्रदेश प्रवक्ता अजय यादव ने बताया कि उपभोक्ताओं की शिकायत अंंकित करने के लिये कोई रजिस्टर भी नहींं था, जिससे यह मालूम हो सके कि कितने उपभोक्ताओं की शिकायतें आई हैं. इससे यह प्रतीत होता है कि विभागीय खानापूर्ति के लिये शिविर का आयोजन हो रहा है.
राजाजीपुरम परिक्षेत्र के अध्यक्ष सिराज खान ने कहा कि एक बार फिर विभाग द्वारा बिजली के दामों में बढोतरी की जा रही है, जिससे व्यापारी, किसान और आमजन के ऊपर इस कोरोना काल में अतिरिक्त बोझ पड़ेगा. अभी प्रदेश का व्यापारी, किसान और आम जनता आर्थिक संकट से जूझ रही है. यह समय विद्युत दर बढ़ोतरी का नहीं है. अपना व्यापार मंडल इसकी कड़ी निंदा करता है.
राज्यपाल से मिलेंगे व्यापारी
जल्द ही प्रदेश अध्यक्ष अनिल वर्मा के नेतृत्व में बिजली दरोंं के विरोध में राज्यपाल से मिलकर हस्तक्षेप की मांग की जाएगी. इस प्रदर्शन में मुख्य रूप से विपिन बिहारी, राफे भाई, अरविंद श्रीवास्तव, गिरीश यादव, शशांक पांडेय, कल्लू गौतम, राहुल यादव, इसरार गाजी, सोनू यादव, कल्लू भाई, सुजीत यादव, शहजाद अहमद आदि प्रमुख पदाधिकारी व्यापारीकरण उपस्थित थे.