लखनऊ : राजधानी स्थित लोक भवन में क्लस्टर योजना एवं फ्लैटेड फैक्ट्री के लिए गठित राज्य स्तरीय प्रोजेक्ट समिति की बैठक की गई. मंगलवार को बैठक की अध्यक्षता करते हुए एसीएस डॉ. सहगल ने कहा कि गोरखपुर का टेराकोटा और झांसी के मल्टीकलर डॉल्स, बर्ड आदि खिलौनों की मांग बाजार में तेजी से बढ़ रही है. इसी प्रकार बनारस और चित्रकूट के खिलौने लोगों की प्रमुख पसंद हैं. उन्होंने कहा कि इन जिलों में टॉय क्लस्टर की स्थापना से उद्यमियों को नवीनतम तकनीक की जानकारी मिलेगी. उद्यमियों को गुणवत्तायुक्त खिलौने तैयार कराने में सहयोग मिलेगा. साथ ही लोगों को कम कीमत पर अच्छी क्वालिटी के खिलौने मिलेंगे.
आगरा में बनेगी फ्लैटेड फैक्ट्री
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि आगरा एवं कानपुर फ्लैटेड फैक्ट्री के फेस-1 का कार्य शुरू होगा. आगरा में 21 हजार वर्ग मीटर क्षेत्र में फ्लैटेड फैक्ट्री का निर्माण होगा. परियोजना की कुल लागत 2641.26 लाख रुपये है. पहले फेज में 8812 वर्ग मीटर क्षेत्र में 2641 लाख रुपये से फैक्ट्री निर्माण होगा. इसमें 1500 लाख रुपये केन्द्रांश एवं 1141 लाख रुपये राज्यांश शामिल है.
पहले चरण में 80 यूनिटों का निर्माण
उन्होंने कहा कि फ्लैटेड फैक्ट्री में इकाई स्थापना के 40 यूनिटों ने पहले से ही सहमति प्रदान कर दी है. इसके अतिरिक्त कानपुर के दादर नगर में 24 करोड़ 72 लाख रुपये की लागत से 7657 वर्ग मीटर क्षेत्र फ्लैटेड फैक्ट्री की स्थापना होगी. प्रथम चरण में 80 यूनिट का निर्माण कराया जाएगा. इन सभी यूनिट के लिए होजरी इकाइयों ने सहमति प्रदान कर दी है. उन्होंने निर्देश भी दिये कि आगरा एवं कानपुर के साथ अन्य जिलों में स्थापित होने वाली फ्लैटेड फैक्ट्री की कार्यवाही में तेजी लाई जाए. बैठक में विशेष सचिव, एमएसएमई प्रदीप कुमार सहित लघु उद्योग विभाग के अधिकारी मौजूद थे.