लखनऊ : उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों में लगातार बढ़ोतरी कर रहा. इसी कड़ी में विभाग प्रदेश के चंदौली क्षेत्र में नए पर्यटन स्थल तैयार करने में जुट गया है. विभाग की ओर से चंदौली का औरवाटाड़ वाटरफॉल, दुर्लभ प्रागैतिहासिक शैल चित्र और अन्य प्राकृतिक सौंदर्य की दृष्टि से यहां पर इको टूरिज्म को बढ़ावा देने की तैयारी कर रहा है. पर्यटन विभाग में औरवाटाड़ वाटरफॉल को पर्यटन के दृष्टि से विकसित करने के लिए 2 करोड़ रुपए का बजट जारी किया है. इस बजट से यहां पर दिसंबर तक कई योजनाओं को शुरू करने की तैयारी है. इससे प्रदेश के पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलने के साथ ही आस-पास के लोगों को रोजगार भी मुहैया होगा.
प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम ने बताया कि 'चंदौली व उसके आसपास के क्षेत्र में कई प्राकृतिक चीज मौजूद हैं, जो पर्यटन की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है. इन्हीं को ईको टूरिज्म के रूप में विकसित करने का प्लान तैयार किया गया है. उन्होंने बताया कि औरवाटांड़ वाटरफॉल प्राकृतिक वादियों से घिरा है. इस वाटरफॉल के अलावा यहां पर आसपास हजारों साल पुराने प्राकृतिक काल के शैल चित्र भी मौजूद हैं. प्रमुख सचिव ने बताया कि इसी को ध्यान में रखकर विभाग यहां पर एक प्रशासनिक भवन, एक प्रवेश द्वार, उत्पादों की बिक्री के लिए दुकानें तैयार करवा रहा है. इसके अलावा वॉटरफॉल के आसपास लकड़ियों से रेलिंग, पार्किंग और कई चीजें तैयार करा रहा है.
लोक संगीत व लोकल फूड का मजा ले सकेंगे पर्यटक : प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने बताया कि 'इस परियोजना को स्थानीय अर्थव्यवस्था को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है. इस योजना में वहां के स्थानीय व्यंजन लोकगीत डांस आदि को भी शामिल किया जा रहा है, ताकि यहां आने वाले पर्यटकों को न केवल यहां के प्राकृतिक सौंदर्य को देखने का अनुभव प्राप्त हो सके, बल्कि वह यहां की स्थानीय चीज का भी आनंद लें. यहां पर पर्यटकों के लिए एडवेंचर गेम, रॉक क्लाइम्बिंग, जिप लाइन, लो रोप कोर्स, कमांडो नेट वाल, टायर वाल क्लाइम्बिंग की भी व्यवस्था हो रही है. साथ ही यहां के प्राकृतिक सौंदर्य को देखने के लिए एक 360 डिग्री का मचान मनाया जाएगा.'