लखनऊ: कोरोना वायरस पर लगाम लगाने के लिए प्रदेश में वैक्सीनेशन किया जा रहा है. पहले चरण के तहत स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगाई जा रही है. गुरुवार को प्रदेश के 1,600 बूथों पर कोरोना वैक्सीनेशन किया जाएगा. अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में बनाए गए 1,600 वैक्सीनेशन बूथों पर वैक्सीनेशन किया जाएगा. गुरुवार को स्वास्थ्य कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई जाएगी.
5 फरवरी को बचे हुए स्वास्थ्य कर्मियों को लगेगा टीका
5 फरवरी को वैक्सीनेशन में बचे हुए स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगाई जाएगी. इसके बाद प्रथम चरण के वैक्सीनेशन का कार्य पूरा हो जाएगा. 5 फरवरी को ही वैक्सीनेशन का दूसरा चरण शुरू कर दिया जाएगा, जिसमें फ्रंटलाइन वर्कर जैसे कि पुलिस कर्मचारी, राजस्व कर्मचारी, सफाई कर्मचारी, सैनिटाइजर कार्य में लगे हुए कर्मचारी और सिविल डिफेंस के लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी.
प्रदेश में सिर्फ 83 सरकारी अस्पताल ही कोविड अस्पताल
प्रदेश में कोरोना संस्करण के सक्रिय मामलों में गिरावट दर्ज की गई है. वर्तमान में पांच हजार से भी कम सक्रिय मामले हैं. संक्रमण के मामलों में गिरावट देखने के बाद शासन ने बड़े पैमाने पर कोविड-19 अस्पताल को सामान्य अस्पतालों में बदलने की कार्यवाही की है. प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद के अनुसार उत्तर प्रदेश में सरकारी 83 अस्पताल ही सिर्फ कोविड-19 अस्पताल हैं. अन्य अस्पतालों को सामान्य अस्पताल में तब्दील किया गया है. अस्पतालों को निर्देशित किया गया है कि वह सैनिटाइजर करा कर सामान्य कार्य शुरू करें.
प्राइवेट अस्पताल के बारे में डीएम लेंगे फैसला
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में निजी क्षेत्र के वह अस्पताल जिन्हें कोविड-19 अस्पताल बनाया गया है, उनके बारे में जिलाधिकारी फैसला लेंगे कि उन्हें कोविड-19 अस्पताल बनाए रखना है या सामान्य अस्पताल में तब्दील करना है.