लखनऊ: जिले में संचालित माटी कला बोर्ड के द्वारा माटी कला प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है. बीते शुक्रवार को इसका उद्धाटन किया गया है, जिसके बाद आज इस प्रदर्शनी में 2 लाख 60 हजार से अधिक की बिक्री हुई है. इस प्रदर्शनी में यूपी के 14 जनपदों से माटी कला शिल्पकारों के उत्पादों का प्रदर्शन किया गया. जिसमें गणेश, लक्ष्मी की प्रतिमाएं, गोरखपुर का टेराकोटा और मिर्जापुर की ब्लैक पॉटरी आकर्षण का प्रमुख केंद्र है.

इसके अतिरिक्त मिट्टी से निर्मित मूर्तियां बर्तन कुकर, कढ़ाई और पानी की बोतल भी लोगों को खूब पसंद आ रही हैं. अपर मुख्य सचिव खादी एवं ग्रामोद्योग डॉ. नवनीत सहगल ने बताया कि पारंपरिक कला से जुड़े मिट्टी कारीगरों का उत्साहवर्धन करने तथा अलग-अलग जगहों की कलाकृतियों को एक मंच पर लाकर बड़ा बाजार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से इस प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है. खरीदारों में प्रदर्शनी के प्रति खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. इसके साथ ही दीपावली के पर्व पर कारीगरों के उत्पादों की अच्छी बिक्री होने से उनका मनोबल बढ़ा है.

डॉ. नवनीत सहगल ने बताया कि दीपावली के अवसर पर 5 नवंबर से 13 नवंबर तक माटी कला प्रदर्शनी का आयोजन चलता रहेगा. जिसमें जनपद मिर्जापुर, कुशीनगर, आजमगढ़, बाराबंकी, बलिया, वाराणसी, उन्नाव, पीलीभीत, लखनऊ, अयोध्या, कानपुर, गोरखपुर, बुलंदशहर एवं प्रयागराज से आए शिल्पकारों ने अपने उत्कृष्ट उत्पादों का प्रदर्शन किया. प्रदर्शनी में शामिल होने वाले कारीगरों को निशुल्क इंस्टॉल आवंटित किए गए हैं. इसके साथ ही उनकी अन्य सुविधाओं पर भी विशेष ध्यान दिया गया है. उन्होंने अपील की कि अधिक से अधिक लोग प्रदर्शनी में आएं और हस्तशिल्प कला का लाभ उठाएं.
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