लखनऊ : किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के दंत संकाय का चुनाव मंगलवार को है. लेकिन चुनाव से पहले ही आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. हाईकोर्ट के अधिवक्ता प्रदीप कुमार वर्मा ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को शिकायत पत्र भेजा है. अपने पत्र में प्रदीप कुमार ने चुनाव में प्रशासन की मनमानी व नियमों के विरुद्ध मतदाताओं को शामिल करने को लेकर सवाल खड़े किए हैं. प्रदीप कुमार ने आनंदीबेन पटेल से मामले की जांच कराकर केजीएमयू प्रशासन की मनमानी पर रोक लगाने की मांग की है.
'15 वर्ष बाद हो रहा दंत परिषद का चुनाव'
केजीएमयू मीडिया प्रभारी सुधीर कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि 15 साल के बाद केजीएमयू में दंत परिषद का चुनाव होने जा रहा है. अंदाजा यह लगाया जा रहा था कि दंत परिषद के सदस्य मनोनीत होंगे, लेकिन इस बार 2 उम्मीदवार आमने-सामने हैं. केजीएमयू प्रशासन की ओर से जारी की गई सूची में कार्यपरिषद सदस्य एवं विभागाध्यक्ष सहित कुल 71 मतदाता हैं. मतदाताओं को लेकर सवाल खड़े हुए हैं, जिसको लेकर अधिवक्ता प्रदीप वर्मा ने राज्यपाल को पत्र लिखा है.
'आपत्ति मिलने पर कुलसचिव कार्यालय करेगा निस्तारण'
केजीएमयू मीडिया प्रभारी सुधीर सिंह ने बताया कि चुनाव के संबंध में अधिसूचना जारी की गई थी, साथ ही मतदाता सूची का प्रकाशन भी किया गया था. चुनाव प्रक्रिया के दौरान किसी तरह की आपत्ति नहीं आई है, फिर भी यदि चुनाव प्रक्रिया को लेकर किसी तरह की आपत्ति आती है तो कुलसचिव कार्यालय इन आपत्तियों का निस्तारण करेगा.