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सब्जियां हो गईं सस्ती, बिचौलियों से बचने के लिए सब्जी मंडी में किसान खुद लगा रहे अपनी दुकान, जानिए कीमत - हरी सब्जी फुटकर कीमत

यूपी में सब्जियों का दाम में गिरावट (vegetables wholesale retail prices) आने से किसान परेशान हैं. बिचौलियों से बचने के लिए वह खुद ही मंडी में दुकान लगाकर सब्जियां बेच रहे हैं. मौसम के कारण सब्जियां खराब होने से किसान जल्द से जल्द इन्हें बेच देना चाहते हैं.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 19, 2023, 10:19 AM IST

लखनऊ : इन दिनों प्रदेश की सब्जी मंडियों में अपनी सब्जियां लेकर आने वाले किसानों के आंसू निकल रहे हैं. सब्जियों के दाम में 40 फीसदी की कटौती हुई है. आलू, गोभी, पत्ता गोभी, सेम गाजर आदि सब्जियों के दाम 10 से 15 रुपये प्रति किलो से भी कम हो गए हैं. थोक सब्जी मंडी में दाम में आई गिरावट का असर फुटकर बाजार में अधिक देखने को नहीं मिल रहा है. हालांकि फुटकर बाजार में भी दाम में गिरावट जरूर आई है.

सब्जी व्यापारी आरिफ खान के मुताबिक सब्जियों के दाम कम होने की सबसे बड़ी वजह सब्जियों की बंपर आवक है. यह दाम जनवरी माह में भी कम ही रहने की संभावना है. लखनऊ की सब्जी मंडी में खरीदारी करने कैलाश गौतम ने बताया कि सब्जी के दाम में गिरावट आई है. यह उनके लिए अच्छी खबर है. सब्जियां ताजी और उच्च क्वालिटी की मिल रही है, जबकि दाम पहुंच के अंदर हैं. जानते हैं 19 दिसंबर को क्या रहे साब्जियों के दाम.

किसान खुद मंडी में बेच रहे सब्जियां : सब्जी मंडी में बन्दगोभी व टमाटर बेचने आए माल के बबलू रावत ने बताया कि वह खुद थोक मंडी में फुटपाथ पर दुकान लगाकर बन्दगोभी बेच रहे हैं. बबलू के मुताबिक किसानों को इस बार सब्जियों की फसल में काफी नुकसान हुआ है. फूलगोभी 5-10 रुपये किलो में बिक रहा है जबकि व्यापारी 10 रुपये में भी खरीदने को तैयार नहीं हैं. साथ ही गाजर और सेम के दाम इतने कम है कि 15 रु किलो की दर से बिकने में भी दिक्कत आ रही है इसलिए उन्हें खुद दुकान लगाकर सब्जी बेचनी पड़ रही है. बबलू का यह भी कहना है कि बिचौलियों से बचने के लिए कई किसान सब्जी मंडी में दुकान लगाकर खुद सब्जियां बेच रहे हैं.

दाम को लेकर किसान व्यापारियों के कारण अलग : किसान रम्पत के मुताबिक सब्जी के दाम का सबसे बड़ा असर मौसम की वजह से पड़ा है. मौसम के कारण सब्जियां लगातार खराब हो रही है इसलिए किसान जल्दी सब्जियां बेचने की कोशिश कर रहा है, जिससे दाम नहीं मिल पा रहा है. वहीं व्यापारी खुर्सीद आलम खान के मुताबिक मंडी में सब्जी की बंपर आवक के कारण दाम में कमी आ रही है. इस बार किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है जबकि व्यापारी भी थोड़ा मुनाफा कमा कर ही खुश है.

आज के मण्डी भाव : नया आलू 10 रुपये किलो, प्याज 30 रुपये किलो, टमाटर 20 रुपये किलो, आलू 10 रुपये किलो, नींबू 50 रुपये किलो, तोरई 30 रुपये किलो, लहसुन 200 रुपये किलो, करेला- 20 रुपये किलो, परवल 30 रुपये किलो, मटर 20 रुपये किलो, सेम 10 रुपये किलो, शिमला मिर्च 15 रुपये किलो, कद्दू 8 रुपये किलो, लौकी 10 रुपये किलो, पालक 10 रुपये किलो, भिंडी 20 रुपये किलो, मिर्च 30 रुपये किलो, गोभी 10 रुपये पर पीस, गाजर 10 रुपये किलो, बन्द गोभी 5 रुपये किलो.

खुदरा भाव पर एक नजर : नया आलू 15 रुपये किलो, प्याज 40 रुपये किलो, टमाटर 40 रुपये किलो, आलू 15 रुपये किलो, नींबू 70 रुपये किलो, तोरई 50 रुपये किलो, लहसुन 320 रुपये किलो, करेला 40 रुपये किलो, परवल 50 रुपये किलो, मटर 30 रुपये किलो, सेम 20 रुपये किलो, शिमला मिर्च 25 रुपये किलो, कद्दू 15 रुपये किलो, लौकी 15 रुपये किलो, पालक 15 रुपये किलो, भिंडी 30 रुपये किलो, मिर्च 50 रुपये किलो, गोभी 15 रुपये प्रति पीस, गाजर 20 रुपये किलो, बन्द गोभी 8 रुपये किलो.

बिचौलियों से बचकर अधिक नुकसान से बचने के लिए किसान सब्जी मंडियों में ही अपनी दुकान लगाकर सब्जी बेच रहे हैं. यह बदलाव इसलिए देखने में आ रहा है क्योंकि लखनऊ की मंडियों में सब्जियों के दाम बहुत कम हैं. जिन किसानों ने सब्जियों की पैदावार की है उनके हाल बेहाल हो गए हैं. यहां तक कि कई सब्जियों के खेत से मंडी तक ले जाने के भाड़े तक नहीं निकल पा रहे हैं.

यह भी पढ़ें : कालेधन का जौहर ! आजम की यूनिवर्सिटी में खर्च हुए 448 करोड़ रुपये, बड़े पैमाने पर धाधंली

लखनऊ : इन दिनों प्रदेश की सब्जी मंडियों में अपनी सब्जियां लेकर आने वाले किसानों के आंसू निकल रहे हैं. सब्जियों के दाम में 40 फीसदी की कटौती हुई है. आलू, गोभी, पत्ता गोभी, सेम गाजर आदि सब्जियों के दाम 10 से 15 रुपये प्रति किलो से भी कम हो गए हैं. थोक सब्जी मंडी में दाम में आई गिरावट का असर फुटकर बाजार में अधिक देखने को नहीं मिल रहा है. हालांकि फुटकर बाजार में भी दाम में गिरावट जरूर आई है.

सब्जी व्यापारी आरिफ खान के मुताबिक सब्जियों के दाम कम होने की सबसे बड़ी वजह सब्जियों की बंपर आवक है. यह दाम जनवरी माह में भी कम ही रहने की संभावना है. लखनऊ की सब्जी मंडी में खरीदारी करने कैलाश गौतम ने बताया कि सब्जी के दाम में गिरावट आई है. यह उनके लिए अच्छी खबर है. सब्जियां ताजी और उच्च क्वालिटी की मिल रही है, जबकि दाम पहुंच के अंदर हैं. जानते हैं 19 दिसंबर को क्या रहे साब्जियों के दाम.

किसान खुद मंडी में बेच रहे सब्जियां : सब्जी मंडी में बन्दगोभी व टमाटर बेचने आए माल के बबलू रावत ने बताया कि वह खुद थोक मंडी में फुटपाथ पर दुकान लगाकर बन्दगोभी बेच रहे हैं. बबलू के मुताबिक किसानों को इस बार सब्जियों की फसल में काफी नुकसान हुआ है. फूलगोभी 5-10 रुपये किलो में बिक रहा है जबकि व्यापारी 10 रुपये में भी खरीदने को तैयार नहीं हैं. साथ ही गाजर और सेम के दाम इतने कम है कि 15 रु किलो की दर से बिकने में भी दिक्कत आ रही है इसलिए उन्हें खुद दुकान लगाकर सब्जी बेचनी पड़ रही है. बबलू का यह भी कहना है कि बिचौलियों से बचने के लिए कई किसान सब्जी मंडी में दुकान लगाकर खुद सब्जियां बेच रहे हैं.

दाम को लेकर किसान व्यापारियों के कारण अलग : किसान रम्पत के मुताबिक सब्जी के दाम का सबसे बड़ा असर मौसम की वजह से पड़ा है. मौसम के कारण सब्जियां लगातार खराब हो रही है इसलिए किसान जल्दी सब्जियां बेचने की कोशिश कर रहा है, जिससे दाम नहीं मिल पा रहा है. वहीं व्यापारी खुर्सीद आलम खान के मुताबिक मंडी में सब्जी की बंपर आवक के कारण दाम में कमी आ रही है. इस बार किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है जबकि व्यापारी भी थोड़ा मुनाफा कमा कर ही खुश है.

आज के मण्डी भाव : नया आलू 10 रुपये किलो, प्याज 30 रुपये किलो, टमाटर 20 रुपये किलो, आलू 10 रुपये किलो, नींबू 50 रुपये किलो, तोरई 30 रुपये किलो, लहसुन 200 रुपये किलो, करेला- 20 रुपये किलो, परवल 30 रुपये किलो, मटर 20 रुपये किलो, सेम 10 रुपये किलो, शिमला मिर्च 15 रुपये किलो, कद्दू 8 रुपये किलो, लौकी 10 रुपये किलो, पालक 10 रुपये किलो, भिंडी 20 रुपये किलो, मिर्च 30 रुपये किलो, गोभी 10 रुपये पर पीस, गाजर 10 रुपये किलो, बन्द गोभी 5 रुपये किलो.

खुदरा भाव पर एक नजर : नया आलू 15 रुपये किलो, प्याज 40 रुपये किलो, टमाटर 40 रुपये किलो, आलू 15 रुपये किलो, नींबू 70 रुपये किलो, तोरई 50 रुपये किलो, लहसुन 320 रुपये किलो, करेला 40 रुपये किलो, परवल 50 रुपये किलो, मटर 30 रुपये किलो, सेम 20 रुपये किलो, शिमला मिर्च 25 रुपये किलो, कद्दू 15 रुपये किलो, लौकी 15 रुपये किलो, पालक 15 रुपये किलो, भिंडी 30 रुपये किलो, मिर्च 50 रुपये किलो, गोभी 15 रुपये प्रति पीस, गाजर 20 रुपये किलो, बन्द गोभी 8 रुपये किलो.

बिचौलियों से बचकर अधिक नुकसान से बचने के लिए किसान सब्जी मंडियों में ही अपनी दुकान लगाकर सब्जी बेच रहे हैं. यह बदलाव इसलिए देखने में आ रहा है क्योंकि लखनऊ की मंडियों में सब्जियों के दाम बहुत कम हैं. जिन किसानों ने सब्जियों की पैदावार की है उनके हाल बेहाल हो गए हैं. यहां तक कि कई सब्जियों के खेत से मंडी तक ले जाने के भाड़े तक नहीं निकल पा रहे हैं.

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