लखनऊ: यूपी बोर्ड की हाईस्कूल-इंटरमीडिएट परीक्षा-2021 के विद्यार्थियों को परीक्षा के दौरान गलत हरकत करना भारी पड़ सकता है. परीक्षा केंद्रों पर लगे सीसीटीवी को निदेशक के कैम्प कार्यालय में बनने वाले कंट्रोल रूम से जोड़ा जा रहा है. इसके बाद नकल करने के लिए विद्यार्थियों ने जरा सी भी गर्दन घुमाई तो वे कैमरे की पकड़ में आ जाएंगे.
27 स्कूलों के प्रिंसिपल नहीं पहुंचे
डीआईओएस (जिला विद्यालय निरीक्षक) डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने गुरुवार को विकास नगर स्थित पायनियर मांटेसरी इंटर कॉलेज में केंद्र व्यवस्थापकों की बैठक बुलाई. उन्होंने कहा कि सभी केंद्र व्यवस्थापकों को कैमरे ठीक तरह से लगाने की हिदायत दी गई है. बैठक से करीब 27 स्कूलों के प्रिंसिपल नदारद रहे. इन सभी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. डीआईओएस ने बताया कि इनको नोटिस जारी करके जवाब तलब किया जाएगा.
प्रबंधकों को केंद्रों से दूरी बनाने की हिदायत
डीआईओएस ने बताया कि कोई भी प्रबंधक परीक्षा केंद्र के आसपास न दिखाई दे. केंद्र के 200 मीटर के दायरे में यदि स्कूल प्रबंधक मिले तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी.
'केंद्र व्यवस्थापक करें ये व्यवस्था'
कोरोना की वजह से स्कूल लंबे समय से बंद चल रहे थे. इस दौरान स्कूलों में पहले से लगाए गए सीसीटीवी कैमरे, वॉयस रिकॉर्डर, डीवीआर खराब हो गए हैं. डीआईओएस ने बताया कि परीक्षा केंद्र परिसर और सभी परीक्षा कक्ष में वॉयस रिकॉर्डर युक्त सीसीटीवी कैमरे, डीवीआर, राउटर लगवाना अनिवार्य है. स्ट्रॉन्ग रूम, अग्निशमन यंत्र, अलग-अलग शौचालय, विद्युत व्यवस्था, पीने का पानी, फर्नीचर जैसे संसाधन जरूरी हैं. केंद्र व्यवस्थापकों को सभी संसाधन की व्यवस्था अपने स्तर के बजट से करनी होगी.
इतने विद्यार्थियों ने कराया पंजीकरण
इस बार बोर्ड परीक्षा के लिए 1,05,400 छात्रों ने पंजीकरण कराया है. इसमें से हाईस्कूल के 54,354 और इंटर के 48,934 विद्यार्थी शामिल हैं. हाईस्कूल के प्राइवेट स्कूल के 466 और इंटर के 1,646 विद्यार्थी भी शामिल हैं.