लखनऊ: पहाड़ों पर लगातार बर्फ गिरने से ठंड का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. शीतलहर से जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं शाम होने के साथ पड़ने वाले कोहरे से सड़कों पर सन्नाटा पसरने लगा है. ऐसे में लोगाें को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ठंड से बचने के लिए लोग खुद अपने पास से अलाव जलाने की व्यवस्था कर रहे है, जबकि प्रशासन सभी तहसीलों पर ठंड से बचाव के लिये अलाव की व्यवस्था करने का दावा कर रहा है.
राजधानी में नहीं है अलाव की व्यवस्था. अलाव की नहीं हुई व्यवस्थानगर निगम द्वारा अभी तक कहीं भी अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है. बालागंज और दुबग्गा बाईपास के आसपास के चौराहों और सड़कों के किनारे नगर निगम की ओर से अभी तक अलाव जलाने के कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं, जिससे लोग ठिठुरने को मजबूर हैं. कुछ जगहों पर तो लोग अपने इंतजाम से अलाव जलाकर ठंड से राहत लेते नजर आए.
ठंड से बचने के लिए पैसों से खरीद कर लाते है लकड़ियां
शहर में कड़ाके की सर्दी के बावजूद अभी तक अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है. आलम ये है कि गरीब किसी तरह इन सर्द रातों का मुकाबला कर रहे हैं. दुबग्गा बाईपास चौराहे के किनारे आग जला रहे 80 वर्षीय गरीब बुजुर्ग से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि सरकार औऱ नगर निगम की ओर से अलाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. हम रोजाना पचास रुपये की लकड़ी खरीद कर आग जलाते है, जिससे यहां से गुजर रहे लोग भी रुककर अपने हाथ सेंकते हैं.
अलाव न होने से कांपते गरीब
ईटीवी भारत की टीम ने रात में निकलकर शहर के हालातों का जायज़ा लिया. इस दौरान हमें कहीं भी अलाव जलता नहीं दिखा. चौराहों को तो छोड़िए किसी अन्य सार्वजनिक जगहों पर कोई अलाव जलता नहीं मिला. ईटीवी भारत की टीम ने रविवार जब चौराहों के पास पहुचीं तो गरीब आग जलाकर हाथ सेंकते हुए नज़र आए.
सर्द हवाओं ने लोगों को ठिठुराया
जैसे-जैसे दिसंबर का महीना गुजर रहा है, ठंड अपने शबाब में आने लगी है. शनिवार को तो पूरा जिला शीतलहर से कांप उठा. एक सप्ताह में दूसरी बार पारा लुढ़ककर 9 डिग्री के आसपास पहुंच गया है. सर्द हवाओं ने लोगों को बेहाल कर दिया. सोमवार के दिन की तेज धूप के कारण तापमान ठीक था और लोगों को राहत थी, लेकिन शाम को सर्द हवाएं तेज हो गईं. रात में ठिठुरन इतनी बढ गई कि शाम छह बजे के बाद सड़कों पर सन्नाटा पसर गया.पूरे मामले पर जब नगर निगम जोन छह की जोनल अधिकारी अम्बी बिष्ट से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि बढ़ती ठंड और शीतलहर के चलते शहर के मुख्य चौराहों पर अलाव की व्यवस्था की गई है. अगर किसी जगह पर अभी अलाव की व्यवस्था नहीं हो पाई है तो जल्द से जल्द उस जगह पर अलाव की व्यवस्था कराई जाएगी.शहर में कड़ाके की सर्दी के बावजूद अभी तक अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है. आलम ये है कि गरीब पैसों से खरीदी लकड़ियों से आग जला कर किसी तरह इन सर्द रातों का मुकाबला कर रहे हैं, जबकि प्रशासन सभी तहसीलों पर ठंड से बचाव के लिए अलाव की व्यवस्था करने का दावा कर रहा है.
अयोध्या: धार्मिक नगरी अयोध्या में इन दिनों सर्दी के सितम से लोग बेहद परेशान हैं. सोमवार की देर रात जनपद में तापमान 3.4 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम रहा. तापमान बहुत कम होने के कारण पूरा जनपद ठंड से कांप रहा है. तापमान का कुछ ऐसा ही हाल दिन के उजाले में भी होता है जब लोगों को अपने निजी कामों से घर के बाहर निकलना पड़ता है. लेकिन अभी तक शहर में अलाव जलाने की समुचित व्यवस्था ना होने के कारण घर से निकलने वाले लोग ठंड से ठिठुर रहे हैं. सबसे ज्यादा समस्या मध्यम और निचले तबके के उन लोगों को है, जिनके लिए शहर के चौक चौराहों पर चलने वाला अलाव ठंड से बचने का एक बड़ा माध्यम होता था.